Delhi Crime: दिल्ली के रोहिणी जिला पुलिस ने फेसबुक और व्हाट्सएप के जरिए ठगी करने वाले एक गैंग का पर्दाफाश करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक महिला भी शामिल है. पुलिस ने आरोपियों के पास से तीन लाख रुपये, 82 डेबिट कार्ड, अलग-अलग बैंक की 40 चेक बुक, 28 मोबाइल फोन, एक स्वाइप मशीन, अलग-अलग नामों के आधार कार्ड और पेन कार्ड बरामद किए हैं.
दरअसल, रोहिणी सेक्टर 5 में रहने वाले दिग्विजय भारद्वाज ने पुलिस को जानकारी दी कि अगस्त के महीने में उनकी एक फेसबुक फ्रेंड जिसका नाम मारिया हिलबर्ट (Maria Hilbert) है उसने व्हाट्सएप पर चैट करना शुरू किया. एक दिन उसने शिकायतकर्ता (दिग्विजय भारद्वाज) के कपड़ों के बारे में पूछा और उससे कहा कि वह उसे कपड़े भेजना चाहती है. इतना ही नहीं उसने 26 अगस्त को कपड़ों की तस्वीरों के साथ उसे कुरियर की रिसिप्ट भी भेजी. इसके बाद उस महिला ने शिकायतकर्ता दिग्विजय को एक दूसरी महिला का फोन नंबर दिया, जब दिग्विजय ने उस महिला को फोन किया, तो उसने कहा कि उसे 36,500 रुपये कस्टम क्लीयरेंस के चुकाने होंगे, तभी वह कपड़े उसे मिल पाएंगे.
शिकायतकर्ता दिग्विजय ने दिए गए अकाउंट नंबर में पैसे ट्रांसफर कर दिए. इसके बाद उस महिला ने शिकायतकर्ता को बताया कि जो कुरियर उसके पास है उसमें 45000 यूएस डॉलर भी हैं, जिसे पाने के लिए उसे और पैसे देने होंगे. जब तक शिकायतकर्ता दिग्विजय समझ पाता कि उसके साथ ठगी की जा रही है उस महिला ने अलग-अलग बैंक अकाउंट में 3 लाख 15 हजार ट्रांसफर करवा लिए. इतना ही नहीं शिकायतकर्ता से और भी पैसों की डिमांड की जाने लगी तब शिकायतकर्ता दिग्विजय को समझ में आया कि वो ठगी का शिकार हो गया है. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की.
100 से ज्यादा लोगों को बनाया शिकार
सबसे पहले पुलिस ने उन खातों की जांच शुरू की जिसमें शिकायतकर्ता दिग्विजय ने पैसे ट्रांसफर किए थे. जिन मोबाइल नंबर पर वह बात कर रहा था उनकी (CDR) कॉल डिटेल रिकॉर्ड भी निकाला गया. जांच को आगे बढ़ाते हुए पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिसमें एक महिला भी शामिल है. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि ठगों के इस गैंग ने 100 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है. पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि ठगी का पैसा अकाउंट में आते ही वे तुरंत एटीएम के जरिए उसे निकाल लेते हैं और पैसे को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर दिया है. पैसे निकालने के बाद पैसों को कई जरियों से नाइजीरिया भेज दिया जाता है.
मास्टरमाइंड सिमॉन ने छोड़ा इंडिया
पुलिस के मुताबिक, इस गैंग का मास्टरमाइंड रोनाल्ड कॉनन (Ronald Konan) और सिमॉन (Simon) है, जो नाइजीरिया के रहने वाले हैं. पुलिस ने बताया कि रोनाल्ड कॉनन को अक्टूबर के महीने में दंगे के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और इस वक्त वो जेल में है. इसके अलावा इसका साथी सिमॉन कुछ समय पहले इंडिया छोड़कर जा चुका है. गिरफ्तार हुई कोसम सुनिता (Kosam Sunita) @Wango Mary रोनाल्ड कॉनन की गर्लफ्रेंड है. इसमें इसका काम अलग-अलग लोगों के बैंक अकाउंट इकट्ठा करना था. इतना ही नहीं पैसे जमा करने के बाद यह उसे गिरफ्तार हुए आरोपी नेलसन (Nelson) को सौंप देती थी और नेल्सन का काम उन पैसों को नाइजीरिया में भेज देना था. गिरफ्तार हुए तीसरे आरोपी एंथोनी डॉन्गिल (Anthony Doungil) का काम अलग-अलग बैंक में अकाउंट खोलना था और उन खातों को कमीशन के बेस पर कोसम सुनिता को देना. गिरफ्तार हुए तीनों आरोपियों से पुलिस की पूछताछ जारी है. पुलिस का दावा है कि पूछताछ में इस मामले में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं. साथ ही ठगी के कई और मामलों का खुलासा भी हो सकता है.
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