जयपुर: राजस्थान के जालौर जिले की ट्रांसजेंडर ने अपने कॉन्स्टेबल बनने के पीछे एक लंबी लड़ाई लड़ी और आखिरकार अब उन्हें कामयाबी मिल गई है. 13 नवंबर को राजस्थान हाई कोर्ट ने पुलिस विभाग को निर्देश दिया कि वो गंगा कुमारी को बतौर कांस्टेबल नियुक्त करे. इस तरह गंगा कुमारी का राज्य की पहली ट्रांसजेंडर पुलिस कांस्टेबल की नियुक्ति के लिए रास्ता साफ हो गया.
24 साल की गंगा कुमारी ने इस नियुक्ति के लिए दो साल पहले राजस्थान हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. पहले पुलिस डिपार्टमेंट ने गंगा के जेंडर को लेकर सवाल उठाया था और उन्हें नौकरी देने से मना कर दिया. मगर एक लंबी कानूनी प्रक्रिया के बाद आखिकार सोमवार को हाई कोर्ट के ताजा आदेश से उनके कॉन्स्टेबल बनने का सपना सच हो गया.
हाई कोर्ट ने इसे 'लैंगिक भेदभाव' को दंश बताया और पुलिस विभाग को छह हफ्ते के अंदर गंगा कुमारी की नियुक्ति करने का आदेश दिया. इस तरह गंगा कुमारी राजस्थान पुलिस में पहली ट्रांस्जेंडर कॉन्स्टेबल के तौर पर नियुक्ति की जाएंगी.
गंगा साल 2013 में पुलिस में भर्ती होने के लिए ली जाने वाली परीक्षा में सफल हुई थीं. मेडिकल जांच गंगा कुमारी के पक्ष में नहीं गया, उन्हें इस जांच में ट्रांसजेंडर करार देते हुए पुलिस ने उनकी भर्ती करने से मना कर दिया. इसके बाद गंगा कुमारी ने हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया. जिसके बाद उन्हें राजस्थान हाई कोर्ट की तरफ से बड़ी खुशखबरी हासिल हुई.