गुमला: झारखंड के गुमला जिले के चैनपुर थानांतर्गत एक गांव में गैंगरेप की घटना के एक नाबालिग समेत पांचों आरोपियों को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. पुलिस को यह सफलता अपराध के चार दिन बाद मिली.


पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन ने बताया कि 10 अक्टूबर को गैंगरेप की इस घटना के आरोपियों इलियास मिंज (23) अमरजीत तिर्की (18) सुभाष चीक बड़ाईक (24), सुमित टोप्पो (18) और एक 14 वर्षीय नाबालिग लड़के को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.


पुलिस अधीक्षक ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि नाबालिग पीड़िता को एक लड़के ने गाना सुनने वाला एक इलेक्ट्रॉनिक उपकरण दिया था. लड़की के हाथ में गाना सुनने वाले इस इलेक्ट्रॉनिक उपकरण को देखकर एलियास नामक युवक ने यह कह कर उससे ले लिया कि इसे तुम्हारे साथी ने उसे देने के लिए कहा है.


उन्होंने बताया कि जब लड़की के साथी को इस बात जानकारी हुई तो उसने इलेक्ट्रॉनिक उपकरण इलियास को देने पर आपत्ति जताई और कहा कि उसने यह उपकरण इलियास को देने के लिए नहीं कहा था. अपने दोस्त की आपत्ति पर पीड़िता 10 अक्टूबर की रात इलियास के पास अपना इलेक्ट्रॉनिक उपकरण वापस लेने गयी. उस समय इलियास एक अन्य युवक के साथ शराब पी रहा था.


उसने किशोरी के साथ कथित तौर पर आपसी सहमति से शारीरिक संबंध बनाया. इसके बाद वहां मौजूद दूसरे युवक ने भी इस बात का खुलासा करने का भय दिखाकर उससे रेप किया. पुलिस ने बताया कि इस घटना की जानकारी होने पर वहां तीन और युवक पहुंच गये और उन्होंने भी नाबालिग के साथ रेप किया.


इस बात की जानकारी उस दिन किसी को नहीं हुई. लेकिन घटना की जानकारी किसी के माध्यम से पीड़िता के भाई के कान में पहुंची तो उसने एक आरोपी को फटकारते हुए धमकी दी तो आरोपियों ने भी मिलकर अगले दिन पीड़िता के भाई को धमकाया और कहा कि इस बात को यहीं खत्म करो अन्यथा ठीक नहीं होगा.


इसके बाद पीड़िता के भाई ने अपने घर में इस बात की जानकारी दी और पीड़िता से पूछताछ की जिसके बाद सभी परिजनों को घटना की जानकारी हुई और उन्होंने पूरे गांव को इस घटना की जानकारी दी और मंगलवार को इस मामले पर गांव में बैठक हुई.


पुलिस ने बताया कि इलियास अपराधी किस्म का युवक है और वह पहले जेल जा चुका है, इसलिए गांव वालों ने मिलकर दो युवकों को पकड़ कर उनकी पिटाई कर दी और इस दौरान एक आरोपी के पैर में टांगी से वार किया गया, जिससे वह घायल हो गया. उस समय मौके का फायदा उठाते हुए अन्य तीन युवक गांव से भागने में सफल रहे.


पुलिस ने बताया कि घटना के बाद जब घायल आरोपी अस्पताल इलाज कराने के लिए चैनपुर आया तब पुलिस को पूरे मामले की जानकारी मिली और तत्काल सक्रियता दिखाते हुए पीड़िता के घरवालों से संपर्क कर धारा 376 और पोक्सो अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी. युवती की चिकित्सिकीय जांच करायी गयी और पांचों आरोपियों को आज गिरफ्तार कर जेल और बाल संरक्षण गृह भेज दिया गया.


पुलिस ने घायल आरोपी की शिकायत पर पीड़िता के दो भाइयों और चाचा के खिलाफ FIR दर्ज कर उन्हें भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, जिसके चलते पीड़िता के परिजनों और गांव वालों में काफी गुस्सा है.


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