NIA के टारगेट पर गैंगस्टर-आतंकी सिंडिकेट! बिश्नोई-दिलबाग-लांडा के 70 ठिकानों पर छापेमारी, 75 मोबाइल फोन खोलेंगे राज
NIA: भारत में गैंगस्टर-आतंकी गठजोड़ सक्रिय रूप से काम कर रहा है और इसे तोड़ने के लिए NIA ने पूरा प्लान बना लिया है. प्लान पर अमल करते हुए NIA ने मंगलवार को 70 से अधिक ठिकानों पर रेड की.
NIA Raid: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) लगातार भारत में गैंगस्टर-आतंकी सिंडिकेट पर नकेल कसने का काम कर रही है. इसी कड़ी में एजेंसी ने मंगलवार (21 फरवरी) को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में 70 से अधिक ठिकानों पर छापे मारे. ये छापेमारी अभी भी चल रही है. जानकारी के मुताबिक, एनआईए के टारगेट पर लॉरेंस बिश्नोई, दिलबाग सिंह और सुरेंद्र उर्फ चीकू समेत कई गैंगस्टरों के ठिकाने हैं. अकेले पंजाब में ही 30 ठिकानों पर NIA की रेड चल रही है.
आपको बता दें कि भारत में गैंगस्टर और आतंकियों के बीच एक सिंडिकेट काम कर रहा है, जिसे तोड़ने के लिए पिछले 6 महीने में NIA की ये तीसरी बड़ी छापेमारी है. लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों से लगातार पूछताछ की जा रही है और उसी डिटेल पर रेड की गई है. अभी तक की जांच से पता चला है कि लॉरेंस, दिलबाग सिंह और सुरेंद्र जैसे गैंगस्टरों ने कई लोगों को पैसा उगाही के धंधे में लगाया था. एनआईए ने ऐसे लोगों की पहचान भी कर ली है.
खौफ पैदा करने के लिए फैलाई दहशत
आपको ये जानकार हैरानी होगी कि गैंगस्टरों की लिस्ट में आम लोग, बिजनेसमैन, सिंगर, डॉक्टर, अवैध माइनिंग करने वाले, शराब का धंधा करने वाले, हथियार का धंधा करने वाले और ड्रग नेटवर्क चलाने वाले लोग शामिल थे. लॉरेंस के सदस्यों ने पूछताछ में ये भी बताया है कि बिश्नोई गैंग इस तरीके से ऑपरेट करता था, ताकि आम जनता के मन में एक खौफ पैदा हो सके.
कहां से होती है हथियारों की सप्लाई?
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आतंकी समूह गैंगस्टरों को फंडिंग और हथियार सप्लाई करते हैं. गैंगस्टरों के पास पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश से भी हथियारों की सप्लाई की जाती है. इन राज्यों में लॉरेंस बिश्नोई, दिलबाग सिंह के साथ-साथ लखबीर लांडा और गोल्डी बराड़ भी अपनी दहशत फैलाना चाहते हैं. एनआईए ने इनके ठिकानों पर भी छापेमारी की है. बता दें कि गोल्डी बराड़ ने ही सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की साजिश रची थी. वहीं कुछ दिन पहले एनआईए ने कनाडा में बैठे लखबीर लांडा को आतंकी घोषित किया था.
75 मोबाइल फोन से खुलेंगे कई राज
मीडिया रिपोर्टस की मानें तो पिछले कुछ समय में गैंगस्टर और आतंकियों के सिंडिकेट से जुड़ी कुछ अहम बातें NIA को पता लगी हैं. गैंगस्टरों को हथियार और पैसा मुहैया करवाने के लिए सट्टेबाजों, फाइनेंसर, दर्जी, मॉल ऑनर, क्रशर कारोबारी और प्रॉपर्टी डीलर तक से वसूली की जाती थी. पिछले 3 महीने में NIA ने अलग-अलग ठिकानों पर रेड कर 75 मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं. इन मोबाइल फोन में ही मोस्ट वांटेड गैंगस्टरों का कच्चा-चिट्ठा मौजूद है. मंगलवार को की गई रेड का आधार भी यही माना जा रहा है.
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