नई दिल्ली: दिल्ली के गार्गी कॉलेज में छात्राओं से हुए छेड़छाड़ मामले में दिल्ली के हौजखास थाने में केस दर्ज हुआ है. गुस्साई छात्राओं का कैंपस में प्रदर्शन किया. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि गार्गी कॉलेज की छात्राओं से अभद्र व्यवहार की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं और दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए. इस कॉलेज में छह फरवरी को एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में कुछ लोग बिना आमंत्रण के घुस गए थे और उन्होंने छात्राओं के साथ कथित तौर पर दुर्व्यवहार किया था. यह घटना तब सामने आयी जब कुछ छात्राओं ने इंस्टाग्राम पर अनुभवों का जिक्र किया.
घटना के विरोध में गार्गी कॉलेज की छात्राओं ने सोमवार को प्रदर्शन किया. उन्होंने आरोप लगाया कि बाहर से आए इन लोगों ने लड़कियों को छूने की कोशिश की, उन्हें घसीटा और अश्लील हरकतें की, जबकि इन घटनाओं के दौरान सुरक्षा गार्ड और पुलिसकर्मी मूकदर्शक बने रहे.
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘ गार्गी कॉलेज में हमारी बेटियों के साथ दुर्व्यवहार अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए. कॉलेजों में पढ़ने वाले हमारे बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए.’’
मनीष सिसोदिया ने भी घटना की निंदा की
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी घटना की निंदा की. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘गार्गी कॉलेज के कार्यक्रम के दौरान जो कुछ हुआ, वह बहुत निंदनीय है. ऐसे उत्सव दिल्ली में सांस्कृतिक विविधता और प्रतिभा का जश्न मनाने के अवसर होते हैं. लेकिन, असामाजिक तत्व छात्राओं का उत्पीड़न करने और उन पर हिंसा करने के एक अन्य मौके के रूप में इस उत्सव को देखते हैं.’’
आप नेता और राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि यह बहुत शर्मनाक है कि राष्ट्रीय राजधानी में ऐसी घटनाएं हुई . उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का नारा-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का है, क्या इसी तरीके से वह (केंद्र सरकार) लड़कियों की रक्षा करेगी. प्रोफेसर, छात्र सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं. पुलिस क्या कर रही है?’’
दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस और कॉलेज को नोटिस जारी किया
वहीं दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने दिल्ली पुलिस और गार्गी कॉलेज को इस मामले में कथित तौर पर कोई कार्रवाई नहीं करने को लेकर सोमवार को नोटिस भेजा. आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने घटना के संबंध में कॉलेज में अनेक छात्राओं से बातचीत भी की. उन्होंने कहा,‘‘हमने दिल्ली पुलिस और गार्गी कॉलेज को कार्रवाई नहीं करने पर नोटिस जारी किया है. हम घटना की खुद जांच करेंगे. हम मामले की विस्तृत जांच और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हैं.’’
मालीवाल ने कहा कि दिल्ली पुलिस और गार्गी कॉलेज ने इस प्रकार की गंभीर घटना पर जिस प्रकार से प्रतिक्रिया दी है, वह गैर जिम्मेदाराना है. उन्होंने कहा,‘‘लड़कियों ने बयान दिए हैं और दुखद अनुभव साझा किए हैं. कॉलेज प्रशासन ने कार्रवाई करने और शिकायत दर्ज कराने की जगह छात्राओं से कहा कि अगर वे सुरक्षित महससू नहीं करतीं तो उन्हें कॉलेज के कार्यक्रम में हिस्सा नहीं लेना चाहिए.’’ उन्होंने कहा कि वहां मौजूद पुलिसकर्मियों को शिकायत दर्ज करानी चाहिए थी लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया. इसके साथ ही उन्होंने कहा, ‘‘वे वहां खड़े देखते रहे. चार दिन से पुलिस और कॉलेज इस मामले में चुप्पी साधे हैं. छह फरवरी को परिसर में यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ की घटनाओं की जांच की जिम्मेदारी से वे पल्ला नहीं झाड़ सकते.’’