गौरव चंदेल हत्याकांड: चार दिनों के बाद भी पुलिस नहीं कर पाई है किसी को गिरफ्तार
मैनेजर गौरव चंदेल की लूट के बाद हत्या मामले में यूपी पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. मामले की जांच जारी है.
नोएडा: ग्रेटर नोएडा वेस्ट में मैनेजर गौरव चंदेल की सोमवार रात को हुई हत्या के 4 दिन बीत जाने के बाद भी अभी तक पुलिस के हाथ खाली हैं. पुलिस को इस मामले में अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है. आज मेरठ जोन के आईजी आलोक सिंह और कमिश्नर अनीता मेश्राम ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी स्थित गौरव चंदेल के घर पर पहुंचे. दोनों अफसरों से, मृतक के परिजनों ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी व्यक्त की. मृतक के परिजनों ने कहा कि पुलिस घटना वाले दिन दो थानों के बीच सीमा विवाद में उलझी रही. अगर पुलिस ने सही समय पर कार्रवाई की होती तो, शायद गौरव चंदेल की जान बच सकती थी.
मृतक की पत्नी के अनुसार उन्होंने सोसायटी में रहने वाली 4 महिलाओं के साथ पूरी रात ग्रेटर नोएडा की सड़कों पर घूमकर सुबह 5 बजे के करीब अपने पति को परथला चौक के पास लहूलुहान अवस्था में ढूंढा और अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. उनका कहना है कि अगर पुलिस संवेदनशील तरीके से काम करती तो उनके पति को समय रहते अस्पताल पहुंचाया जा सकता था और उनकी जान बच जाती. मृतक गौरव चंदेल के परिजनों से मिलने के बाद आईजी मेरठ रेंज आलोक कुमार सिंह ने कहा कि इस मामले का जल्द खुलासा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस वालों पर आज शाम तक कार्रवाई की जाएगी.
उन्होंने बताया कि पुलिस वालों की कार्यप्रणाली की जांच की जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा. उन्होंने बताया कि एक समाज में पुलिस का ऐसा रिस्पांस नहीं होना चाहिए था. शुरुआती कार्रवाई में जो खामियां रहीं, उसको लेकर दोषी पुलिसकर्मियों पर कठोर कार्रवाई करेंगे. उन्होंने बताया कि मृतक के परिवार को सुरक्षा के लिए उन्हें आज से एक गनर दिया गया है. गौर सिटी के आसपास के इलाके में पुलिस की मुस्तैदी बढ़ाई गई है. तत्काल रुप से पुलिस की 4 पीसीआर वैन बढ़ा दी गई है. उन्होंने कहा कि इस केस से जुड़े गुनहगारों की पहचान करने की कोशिश हो रही है. जांच में एसटीएफ की मदद भी ली जा रही है. जल्दी ही दोषियों को पकड़ा जाएगा.
उन्होंने कहा कि जनता में सुरक्षा की भावना उत्पन्न करने के लिए पुलिस कार्रवाई की रही है. आईजी ने कहा कि इससे पूर्व हत्या, लूट के मामले में जेल गए अपराधियों से भी पूछताछ हो रही है. मेरठ की कमिश्नर अनीता मेश्राम ने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार से जो भी मदद मिल सकती है, वह दिलवाने का प्रयास करेंगी. उन्होंने कहा कि पीड़ित के परिजनों ने पुलिसवालों के खिलाफ शिकायत की है. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच कराई जा रही है जो पुलिसकर्मी इस मामले में दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मृतक गौरव चंदेल के घर जाने से पहले आईजी व कमिश्नर थाना फेज 3 पहुंचे. वहां पर उन्होंने इस मामले की जांच कर रहे पुलिस वालों से घटना की प्रगति के बारे में जानकारी ली. मृतक गौरव चंदेल के घर पहुंचकर उनके परिजनों से मिलने के बाद, आईजी व कमिश्नर परथला चौक स्थित घटनास्थल पर भी पहुंचे. उन्होंने घटनास्थल का भी निरीक्षण किया. आईजी ने पुलिस वालों को सख्त हिदायत दी कि इस घटना में कोई कोताही ना बरतें. उन्होंने कहा कि अगर इस घटना का जल्द से जल्द खुलासा नहीं हुआ तो पुलिस वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. आईजी के कड़े रुख की वजह से नोएडा पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है.
वहीं, मृतक गौरव चंदेल के परिजनों का कहना है कि आईजी व कमिश्नर ने उनके घर आकर सिर्फ खानापूर्ति की है. मृतक के भाई अतुल लोहिया ने बताया कि दोनों अफसरों ने ना तो कोई ठोस कार्रवाई की और ना ही उन्हें कोई मदद का ठोस आश्वासन दिया. उनका कहना है कि गुरुवार को भी बीजेपी के सांसद महेश शर्मा, सुरेंद्र नागर, बीजेपी विधायक धीरेंद्र सिंह उनके घर आए, लेकिन वे लोग भी खानापूर्ति करके चले गए. इस घटना का खुलासा ना होने से आक्रोशित गौर सिटी में रहने वाले हजारों की संख्या में लोगों ने बृहस्पतिवार रात को गौर सिटी में एक कैंडल मार्च निकाला. इस मार्च में चंदेल की पत्नी, बेटा, मां भी शामिल हुई. कैंडल मार्च में बच्चेस बूढ़े, औरतों ने अपने हाथ में तख्तियां ली थी, जिसपर जस्टिस फॉर गौरव लिखा हुआ था.