Congress on PM Modi Speech: विपक्षी दलों के गठबंधन 'इंडिया' की तरफ से मोदी सरकार के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में गिर गया है. इसपर चर्चा के तीसरे दिन गुरुवार (10 अगस्त) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाषण दिया. हालांकि, पीएम मोदी के भाषण के बीच से ही विपक्षी सांसदों ने वॉकआउट कर दिया और मणिपुर को लेकर नारेबाजी भी की.
विपक्षी सांसदों के वॉकआउट का कारण बताते हुए कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा, "अविश्वास प्रस्ताव पर पीएम मोदी ने 2 घंटों तक अपनी बात रखी, लेकिन वह मणिपुर पर कुछ नहीं बोले. इस प्रस्ताव को लाने को 2 कारण थे. पहला- मणिपुर को इंसाफ दिलाना और दूसरा- देश की संसद की मर्यादा को बचाने के लिए पीएम मोदी को विवश किया जाए, ताकि वह मणिपुर पर अपना मौन व्रत तोड़ें."
पीएम मोदी से 3 सवाल
उन्होंनें कहा कि आज देश पीएम को संसद में बोलते हुए देख रहा है. पीएम मोदी अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं. इस दौरान गोगोई ने प्रधानमंत्री से तीन सवाल पूछे. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बताएं कि वह किस जिद पर अड़े हैं कि अभी तक मणिपुर अब तक नहीं गए? मणिपुर के मुख्यमंत्री को क्यों नहीं बर्खास्त किया? और मणिपुर पर 80 दिन मौन क्यों थे?
'मणिपुर पर कुछ नहीं बोले पीएम'
उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी ने मणिपुर के अपने दो सांसदों का मुंह बंद कर रखा है. पिछले 2 घंटे से पीएम मोदी बोल रहे हैं. हमें मणिपुर में इंसाफ नजर नहीं आया. अपने भाषण के दौरान वह कांग्रेस पर बोलते रहे , लेकिन मणिपुर पर कुछ नहीं बोला.
विपक्ष ने वॉक किया वॉकआउट
गोगोई ने मीडिया से कहा कि उन्होंने किसी भी सवाल नहीं दिया. वह मणिरपुर पर कुछ नहीं बोले, पीएम मोदी ने चीनी घुसपैठ और पहलवानों के आंदोलन पर भी कुछ नहीं कहा. इसलिए विपक्ष ने सदन से वॉक आउट किया.
'मणिपुर पर चर्चा नहीं चाहता विपक्ष'
इससे पहले सदन में मणिपुर चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष मणिपुर पर चर्चा करने से भाग रहा है. हमने चर्चा की बात कही. जल्दी ही मणिपुर में शांति का सूरज उगेगा. देश की जनता मणिपुर के लोगों, बहन-बेटियों के साथ है.