नई दिल्ली: पत्रकार गौरी लंकेश मर्डर केस में कर्नाटक सरकार ने सुराग देने वाले को दस लाख रुपये इनाम देने का ऐलान किया है. आज राज्य के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने इसकी घोषणा की. कल ही कर्नाटक पुलिस ने फोन नंबर ईमेल आईडी जारी करते हुए पब्लिक से केस जुड़ी जानकारी शेयर करने को कहा था.


गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने कहा, ''मुख्यमंत्री ने पत्रकार मर्डर केस की जांच और तेज करने और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिए हैं. हमने एसआईटी पर्याप्त अधिकारी दिए हैं अगर उन्हें और जरूरत होगी तो हम और भी अधिकारी देंगे.''


मुख्यमंत्री ने की उच्चस्तरीय बैठक
आज मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने केस की प्रोग्रेस को लेकर अधिकारियों के साथ मीटिंग की. इस बैठक में एसआईटी प्रमुख बीके सिंह, पुलिस डीजी आरके दत्ता, इंटेलिजेंस डीजी ए एम प्रसाद मौजूद रहे. आपको बता दें कि राज्य सरकार ने बुधवार को आईजीपी बीके सिंह के नेतृत्व में 21 सदस्यीय एसआईटी के गठन का ऐलान किया था.


अज्ञात लोगों ने घर के बाहर मारी थी गोली
कर्नाटक की वरिष्ठ महिला पत्रकार गौरी लंकेश की कल बेंगलूरु में कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके घर के बाहर ही गोली मारकर हत्या कर दी. गौरी लंकेश को बाइक पर सवार हमलावरों ने बीती रात उस वक्त गोली मारी, जब वो दफ्तर से लौटकर अपने घर का दरवाज़ा खोलने जा रही थीं.


कौन थीं गौरी लंकेश ?
गौरी लंकेश पत्रिके की एडिटर थीं. गौरी लंकेश भाषाई पत्राकरिता में कुछेक महिला पत्रकारों में से एक थी. अपने तीखे तेवर और एंटी एस्टैबलिस्मेंट अंदाज के लिए उनको जाना जाता था. नवंबर 2015 में गौरी लंकेश को अपने पत्रिका में 2008 में एक तीन भाजपा नेताओं के बारे में एक खबर छापने के बाद मानहानी के केस में कोर्ट नें 10000 रूपए का फाइन और छ माह के जेल की सजा सुनाई थी. वह फिलहाल जमानत पर थीं.