बेंगलूर: कर्नाटक के बेंगलूर में पत्रकार गौरी लंकेश के हत्यारे अब तक आज़ाद घूम रहे हैं. मंगलवार की शाम हुई इस जघन्य हत्या को आज दो दिन हो जाएंगे, लेकिन कर्नाटक पुलिस हत्यारों को गिरफ्तार करना तो दूर उनके बारे में कोई अहम सुराग तक तलाश नहीं सकी है. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कर्नाटक सरकार से हत्यारों को पकड़ने के लिए उठाए जा रहे कदमों पर पूरी रिपोर्ट मांगी है.

आखिर कब पकड़े जाएंगे गौरी लंकेश के हत्यारे?

वरिष्ठ महिला पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या की जांच के लिए कर्नाटक सरकार ने एसआईटी का गठन ज़रूर किया है, लेकिन जांच में अब तक कोई बड़ा सुराग हाथ लगने की खबर नहीं है. सवाल ये है कि आखिर कब पकड़े जाएंगे गौरी लंकेश के हत्यारे?

घर के बाहर 15 दिन पहले ही सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे

गौरी ने अपने घर के बाहर 15 दिन पहले ही सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे. पुलिस अब उनमें सुराग तलाश रही है. ये सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या गौरी को ऐसे किसी हमले की आशंका पहले से थी, जिसके चलते उन्होंने 15 दिन पहले ही सीसीटीवी कैमरे लगवाए थे?

भाई ने की सीबीआई जांच की मांग

उधर, गौरी लंकेश के भाई ने हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया भी सीबीआई जांच की संभावना से इनकार नहीं कर रहे हैं. कांग्रेस की तरफ से कल जारी एक बयान में भी कहा गया कि राहुल और सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से कहा है कि वो गौरी लंकेश के हत्यारों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करवाएं.

गृह मंत्रालय ने कर्नाटक सरकार से मांगी रिपोर्ट

इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के निर्देश पर उनके मंत्रालय ने भी कर्नाटक सरकार से वारदात के बारे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार से इस वारदात से जुड़े सभी तथ्यों की पूरी जानकारी मांगी है. साथ ही वारदात में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए की जा रही कार्रवाई का ब्योरा देने को भी कहा है.

पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल उठा रही है कांग्रेस

कांग्रेस इस हत्याकांड को लेकर बीजेपी और केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साध रही है और पीएम मोदी की चुप्पी पर सवाल भी उठा रही है. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कल जारी अपने बयान में केंद्र सरकार या बीजेपी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन देश में बिगड़ते माहौल का मुद्दा उठाकर उन्हें घेरने की कोशिश ज़रूर की.

समाज में बढ़ती जा रही है असहिष्णुता और कट्टरता- सोनिया

सोनिया ने कहा, ‘’देश में पत्रकारों, स्वतंत्र विचारों वाले लोगों और तर्कवादियों की लगातार हो रही हत्याओं ने ऐसा माहौल बना दिया है कि वैचारिक असहमति, मतभेद और अलग राय रखने की वजह से किसी की जान ली जा सकती है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और न किया जाना चाहिए. ये हमारे लोकतंत्र के लिए बेहद दुख की घड़ी है. ये वारदात हमें इस डरावनी सच्चाई की याद दिलाती है कि हमारे समाज में असहिष्णुता और कट्टरता बढ़ती जा रही है. कांग्रेस पार्टी इस हमले की निंदा करती है और मौजूदा माहौल में तर्कवादियों, स्वतंत्र विचार रखने वालों और पत्रकारों के साथ एकजुट होकर खड़ी है.’’

कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी राज्य सरकार की- गडकरी

केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करके हुए कहा कि कांग्रेस के आरोप बेबुनियाद हैं. कर्नाटक में कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी वहां की कांग्रेस सरकार की है. गौरतलब है कि कन्नड़ पत्रकार और 'लंकेश पत्रिका' की संपादक गौरी लंकेश की मंगलवार को बेंगलुरू में उनके घर पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. गौरी लंकेश अपने दक्षिणपंथ विरोधी विचारों के लिए मशहूर थीं.