नई दिल्ली: कर्नाटक के श्रींगेरी से बीजेपी विधायक जीवराज का गौरी लंकेश की हत्या को लेकर किया गया एक बयान बीजेपी के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है. गौरी लंकेश की मौत के बाद गुरुवार को जीवाराज ने अपने चुनावी क्षेत्र में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा जब बीजेपी आरएसएस के कार्यकर्ता मारे गए तब अगर गौरी लंकेश मुख्यमंत्री सिद्दरमैया की आलोचना करती तो क्या उनका हत्या होती?


जीवाराज यहीं नहीं रुके उन्होंने आगे कहा कि गौरी ने हमारे खिलाफ लेख लिखे वो अभिव्यक्ति की आज़ादी है. लेकिन गौरी ने आरएसएस पर एक लेख लिखा था जिसका शिर्षक था 'चड्डीगला मारानाहोमा' यानि आरएसएस की मौत. अगर वो ऐसा नहीं लिखती तो क्या आज जिंदा होती?


अपने इस बयान से जीवाराज सवाल उठा रहे है कि क्या गौरी की हत्या की वजह उनकी कट्टर दक्षिणपंथी विचाराधारा बना. एबीपी न्यूज़ गौरी लंकेश की पत्रिका में छपी इस लेख को ढूंढकर उसमें क्या लिखा था ये जानने की कोशिश की.


इस लेख में लिखा गया था, ''मोदी और शाह गैंग ये समझ गई है कि आरएसएस की विचारधारा के साथ वो कर्नाटक में चुनाव नहीं जीत सकते. इसीलिए से गैंग अब उनके विरोधी पार्टियों के ताक़तवर नेताओं को ब्लैकमेल कर बीजेपी में शामिल होने के लिए दबाव बना रहे है.''


कर्नाटक के गृहमंत्री का कहना है कि जांच टीम बीजेपी विधायक के बयान की भी जांच करेगी. वहीं अपनी सफ़ाई में विधायक जीवाराज ने कहा कि उनका बयान का गलत मतलब निकाला जा रहा है और जो उन्हें कहा था वो जल्दबाज़ी थी. लेकिन इस बयान ने राज्य की कांग्रेस सरकार को बीजेपी पर हमला बोलने के लिए एक वजह जरुर दे दी है.