Gautam Adani Kidnaping Story: दुनिया के तीसरे और एशिया के सबसे अमीर आदमी गौतम अडानी (Gautam Adani) ने बिजनेस और लाइफ में सफलता के लिए मेहनत को एकमात्र फॉर्मूला बताया. उनका ये भी कहना है जो अपने हाथ में न हो उस पर चिंता नहीं करनी चाहिए. अडानी खुद कई बार विपरीत परिस्थितियों से गुजर चुके हैं. उनका अपहरण हुआ था. 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में वे ताज होटल में फंस गए थे.


अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी का लंबा इंटरव्यू शनिवार को एक निजी चैनल पर प्रसारित हुआ. इसमें दुनिया के तीसरे सबसे अमीर आदमी ने बिजनेस के अलावा जिंदगी के कई अनसुने किस्सों के बारे में भी बात की. गौतम अडानी ने बताया कि वह अपनी जिंदगी में दो बार मौत का सामना कर चुके हैं.


अपहरण की रात भी सोये
पहला किस्सा है 90 के दशक का जब गौतम अडानी का अपहरण हो गया था. अपहरण का सदमा बड़ा होता है, लोग जिंदगी भर इससे नहीं उबर पाते लेकिन अडानी इसे बुरा वक्त कहते हुए भूलने की बात कहते हैं. उन्होंने कहा हर किसी की जिंदगी में कुछ ऐसा समय आता है जिसको जितना जल्दी भूल जाइए उतन अच्छा होता है.


उन्होंने आगे कहा "मेरा स्वभाव है कि हर परिस्थिति के हिसाब से कितना जल्दी खुद को ढाल लूं. जो अपने हाथ में नहीं है, उसको लेकर बहुत चिंता नहीं करनी चाहिए." अडानी ने बताया "अपहरणकर्ताओं ने उन्हें पकड़ने के अगले दिन छोड़ दिया था, लेकिन उस रात भी मैं अच्छी तरह से सोया था." 


ताज होटल पर हमले के दौरान थे अंदर
दूसरी बार गौतम अडानी का मौत से सामना 26 नवम्बर 2008 को हुआ था जब आतंकियों ने मुंबई के ताज होटल पर हमला बोल दिया था. हथियारों से लैस आतंकी होटल में घुस गए थे और गोलियां बरसा रहे थे.


गौतम अडानी ने बताया कि "उस वक्त मैं होटल में ही था और जब पहली राउंड फायरिंग हुई थी तो उसे मैने अपनी आंखों से देखा था." वाकये को याद करते हुए अडानी ने कहा "मैने जिंदगी में दो बार मौत को सामने से देखा और ये भगवान का आशीर्वाद है कि मैं बाल-बाल बच गया."


दोस्त ने रोक लिया वरना...
अडानी ने कहा कि उस दिन दुबई से उनके एक दोस्त आए थे जिनके साथ वह डिनर करने ताज होटल गए थे. अडानी डिनर का बिल चुकाकर बाहर निकलने ही वाले थे लेकिन उनके दोस्त की कुछ देर और बात करने की इच्छा थी, इसलिए  कॉफी पीने के लिए बैठ गए.


घटना को याद करते हुए अडानी ने कहा अगर मैं खाना खाकर रुका न होता और चल पड़ा होता तो शायद वहां (गोलीबारी में) फंस जाता. इस दौरान अडानी ने ताज ग्रुप के कर्मचारियों की तारीफ की.


कैसे बचकर निकले?
वहां से बचकर कैसे निकले इसके बारे में भी उन्होंने बताया. अडानी ने कहा कि पूरी रात वह वहां फंसे रहे. ताज होटल के कर्मचारी पीछे के रास्ते से ऊपर चेंबर में लेकर गए. अगले दिन सुबह 7 बजे जब कमांडो पहुंचे तो उन्होंने पूरी तरह सुरक्षा देते हुए उन्हें होटल से बाहर निकाला. सुबह करीब 8 बजे के करीब अडानी बाहर निकल पाए.


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