नई दिल्ली: नगर निगम का पैसा दिल्ली सरकार द्वारा रोके जाने का आरोप लगाते हुए दिल्ली नगर निगम के तीनों मेयर मुख्यमंत्री केजरीवाल के घर के बाहर धरने पर बैठे हैं. केजरीवाल और आम आदमी पार्टी कह रही है कि बीजेपी के इशारे पर पुलिस ने उनको हाउस अरेस्ट कर लिया है, जिससे कि वह किसानों का समर्थन ना कर सकें. तो वहीं बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने इस पर पलटवार करते हुए कहा अगर केजरीवाल हाउस अरेस्ट है तो इस लिहाज से तो पूरी दिल्ली हाउस रहती है. गंभीर ने कहा कि केजरीवाल इस तरीके के आरोप सिर्फ अपना मुंह छुपाने के लिए लगा रहे हैं, क्योंकि उन्होंने जिस भारत बंद का समर्थन किया था वह दिल्ली में पूरी तरह से विफल रहा.


गौतम गंभीर ने किया पलटवार
नगर निगम के पार्षद और मेयर के साथ धरने पर बैठे बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उस बयान पर पलटवार किया है जिसमें केजरीवाल ने बीजेपी पर दिल्ली पुलिस की मदद से उनको हाउस अरेस्ट करने का आरोप लगाया था. गौतम गंभीर ने कहा कि केजरीवाल सिर्फ मुद्दों को भटकाने की राजनीति करते हैं और यही वह इस बार भी कर रहे हैं. अभी भी वह घर पर नहीं है लेकिन नजरबंदी की बात करते हैं.


'हाउस अरेस्ट के आरोप गलत'
गंभीर ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि वह अपने घर से आते हैं जाते हैं. अगर इस तरह से वो खुद को हाउस अरेस्ट बता रहे हैं तो इस लिहाज से तो पूरी दिल्ली हाउस अरेस्ट है. गंभीर ने सीएम केजरीवाल के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा क्योंकि उन्होंने भारत बंद की कोशिश की थी जो दिल्ली में सफल नहीं हुई और इसी वजह से उनको मुंह छुपाने पड़ा, जिसके बाद उन्होंने मुद्दों को भटकाने की राजनीति शुरू कर दी और भी आरोप लगा दिया कि हाउस अरेस्ट किया गया.


'6 साल से मांग रहे MCD के लिए फंड'
एमसीडी को फंड न दिए जाने के मुद्दे पर बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने कहा कि ये मांग आज की नहीं है बल्कि पिछले छह सालों की है. पिछली बार भी जब पार्षद धरने पर बैठे थे तो केजरीवाल सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा था कि बात करेंगे और पैसा देंगे, क्योंकि यह पैसा एमसीडी अपने लिए नहीं मांग रही बल्कि उन लोगों के लिए मांग रही है जो जनता की सेवा में लगे हुए हैं, जिसमें डॉक्टर, सफाई कर्मचारी, टीचर्स सभी शामिल हैं.


'निगम चुनाव के लिए माहौल बना रहे केजरीवाल'
सांसद गौतम गंभीर में केजरीवाल के आरोपों पर कहा कि सीएम केजरीवाल को इस मामले में अपनी राजनीति को दूर रखना चाहिए. लेकिन केजरीवाल को पता है कि अगले साल निगम का चुनाव होना है और इस वजह से वह इस तरीके का माहौल बना रहे हैं जिससे कि एमसीडी काम ना कर सके.


'मनोज तिवारी भी धरने में हुए शामिल'
गौतम गंभीर के साथ ही बीजेपी सांसद मनोज तिवारी भी पार्षदों और मेयरों के धरने में शामिल हुए. मनोज तिवारी ने केजरीवाल सरकार के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा कि केजरीवाल हाउस अरेस्ट नहीं हैं बल्कि हाउस में रेस्ट कर रहे हैं और नजरबंद नहीं बल्कि नजर चुरा रहे हैं, जिससे कि लोगों का सामना ना करना पड़े. रही बात केजरीवाल सरकार द्वारा निगम को उसका बकाया पैसा पहले ही दिए जाने देने के दावे की तो मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल सरकार यह जो बात कहती है कि उन्होंने निगम को पैसा दिया वह पूरी तरह से गलत है. अगर वह सच है तो कागज लेकर आ जाए और निगम की यह जो मेयर और पार्षद धरने पर बैठे हैं इनको आकर दिखा दें.


इसलिए दिया जा रहा धरना
गौरतलब है कि दिल्ली के तीनों नगर निगमों के मेयर और पार्षद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर निगम के 13,000 करोड़ों रुपए बकाए की बात कहते हुए सरकार से निगम को पैसा देने की मांग पर धरना दे रहे हैं. जिस पर केजरीवाल और आम आदमी पार्टी सवाल उठाते हुए आरोप लगा रही है कि इसके जरिए बीजेपी ने पुलिस की मदद से उनको हाउस अरेस्ट करने की कोशिश की है, जिससे कि वह जनता के हितों के काम ना कर सकें और किसान आंदोलन का समर्थन ना कर सकें.