नई दिल्ली: कार्यकर्ता गौतम नवलखा की पार्टनर सबा हुसैन ने कहा कि पुलिस वालों ने उनसे सोने के कमरे का दरवाजा खोल कर सोने के लिए कहा जिसे सुन कर वो दंग रह गईं और उन्होंने पुलिसकर्मी से माफी मांगने को कहा. दरअसल, सबा दिल्ली के नेहरू एनक्लेव में अपने घर के हालात का जिक्र कर रहीं थीं जहां नवलखा को नजरबंद रखा गया है.


उन्होंने बताया कि वो और उनके दोस्त घर पर पुलिस की मौजूदगी के कारण लगातार निगरानी में रह रहे हैं. उन्होंने कहा,‘‘आज सुबह मैंने यह तय किया कि एक महिला सिपाही सहित तीन पुलिसकर्मी घर से बाहर जाएं. वकील ने उनसे कुछ कहा जिससे बाद वो बाहर चले गए.’’ हुसैन ने कहा कि इससे उन्हें राहत मिली है.


भीमा-कारेगांव मामले में गिरफ्तार घरों में नज़रबंद
माओवादियों से कथित संबंध रखने को लेकर गिरफ्तार किए गए पांच मानवाधिकार कार्यकर्ताओं में से तीन को पुणे से उनके हैदराबाद और मुंबई स्थित घर लाया गया. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि इन्हें इनके घरों में नजरबंद रखा जाए. वहीं, वामपंथी कवि औप लेखक वरवर राव को विमान से हैदराबाद लाया गया.


एक अधिकारी ने बताया कि फरेरा को मुंबई से लगे ठाणे जिले के चराई इलाके में स्थित उनके घर ले जाया गया. अधिवक्ता सुधा भारद्वाज को फरीदाबाद स्थित उनके घर में जबकि सिविल लिबर्टिज के कार्यकर्ता गौतम नवलखा को उनके दिल्ली स्थित घर में नजरबंद रखा गया है.


राव, गोंजालविस और फरेरा को मंगलवार रात पुणे ले जाया गया. महाराष्ट्र पुलिस ने मंगलवार को देश भर में छापेमारी की थी और इन लोगों को गिरफ्तार किया था. पिछले साल 31 दिसंबर को एल्गार परिषद कार्यक्रम के बाद पुणे के पास भीमा-कारेगांव में हुई हिंसा की जांच के तहत यह छापेमारी की गई.

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