गाजीपुर बॉर्डर स्थित किसानों के धरनास्थल पर गुरुवार से ही हाईवोल्टेज ड्रामा जारी है. एक तरफ जहां दोपहर बाद से ही तनाव की स्थिति बनी हुई थी, वहीं देर रात बॉर्डर से अचानक सुरक्षाकर्मियों को हटा लिया गया है. फिलहाल बॉर्डर पर सभी पीएसी जवानों को क्यों हटाया गया है, इसकी जानकारी अभी तक सामने नहीं आ पाई है. गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की तादाद बढ़ने की खबरें लगातार सामने आ रही हैं.


सुरक्षाकर्मियों द्वारा कहा गया कि सुबह से ड्यूटी पर तैनात थे, अब जाने के लिए बोला गया है. गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के बाद से गजीपुर बॉर्डर पर मौजूद किसानों में तनाव की स्थिती बनी हुई थी. बॉर्डर होने के कारण दिल्ली पुलिस और गाजियाबाद पुलिस प्रशासन ने स्थिति को संभालने के लिए भारी सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया था.


हालांकि रात डेढ़ बजे तक बॉर्डर से सभी वरिष्ठ अधिकारी जा चुके हैं, वहीं अब सुरक्षाकर्मियों को भी हटा लिया गया है. दोपहर बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि बॉर्डर पर कुछ बड़ा होने वाला है, लेकिन फिलहाल स्थिति सामान्य नजर आ रही है.


गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों की संख्या में हुआ इजाफा


फिलहाल बॉर्डर पर किसान फिर से लौटने लगे हैं, वहीं किसान नेता राकेश टिकैत के समर्थन में आसपास के इलाकों से भी लोग आने लगे हैं. यूपी के अलावा हरियाणा से भी राकेश टिकैत को भारी समर्थन मिल रही है.


इंडियन नेशनल लोकदल के नेता अभय चौटाला ने भी टिकैत का समर्थन किया है. अभय चौटाला ने किसानों और पार्टी के कार्यकर्ताओं से टिकैत के सर्मथन में गाजीपुर पहुंचने की अपील की है. बता दें कि अभय चौटाला ने बुधवार को किसान आंदोलन के सर्मथन में हरियाणा विधानसभा से इस्तीफा दिया है.


जींद-चंडीगढ़ रोड को किसानों ने किया जाम, दिल्ली कूच करने का किया एलान