Gen Rawat's funeral today: जनरल बिपिन रावत आज जब अपने अंतिम सफर पर निकलेंगे तो वो मौका सिर्फ उन्हें अंतिम सलामी देने का नहीं होगा बल्कि वो पल होगा, जब हम उन तस्वीरों को अपनी स्मृतियों में समेट लेंगे हमेशा-हमेशा के लिए और आने वाली पीढ़ी को गर्व के साथ बताएंगे कि हमने देश के पहले CDS को देखा है. हमने जनरल बिपिन रावत को देखा है. कुन्नूर हेलिकॉप्टर हादसे के शिकार देश के शूरवीर योद्धाओं को आज पूरा देश नम आंखों से श्रद्धांजलि दे रहा है. देश के पहले CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका को आज अंतिम विदाई दी जानी है. सुबह 11 बजे जनरल रावत और उनकी पत्नी का पार्थिव शरीर उनके दिल्ली के आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. इससे पहले कल पीएम मोदी समेत कई लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी.
जांबाज योद्धाओं को पीएम और रक्षा मंत्री ने दी श्रद्धांजलि
दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर प्रधानमंत्री मोदी ने CDS जनरल बिपिन रावत समेत सभी 13 शहीदों को दी श्रद्धांजलि दी और परिजनों से भी मुलाकात की. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, NSA अजीत डोभाल और तीनों सेना प्रमुखों ने भी दी शहीदों को श्रद्धांजलि. रक्षा मंत्री भी शहीदों के परिवार वालों से मिले. CDS जनरल बिपिन रावत, पत्नी मधुलिका रावत, ब्रिगेडियर एल एस लिड्डर और विवेक कुमार के पार्थिव शरीर की पहचान हुई. 9 शहीदों की पहचान होना बाकी. तमिलनाडु के वेलिंगटन आर्मी हॉस्पिटल में सेना और सीएम स्टालिन ने जनरल रावत समेत सभी 13 लोगों को श्रद्धांजलि दी.
दिल्ली में आज अंतिम दर्शन
जनरल बिपिन रावत का पार्थिव शरीर दिल्ली के 3 कामराज मार्ग पर उनके आवास पर लाने के बाद आज लोग उनके अंतिम दर्शन कर सकेंगे. जनरल बिपिन रावत के साथ-साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत के पार्थिव शरीर को भी अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. सुबह 11 बजे पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा. सुबह 11 बजे से दोपहर साढ़े 12 बजे तक गणमान्य लोग उन्हें श्रद्धांजलि देंगे. दोपहर साढ़े 12 बजे से 2 बजे तक सैन्य अफसर उन्हें अंतिम विदाई देंगे. दोपहर 2 बजे के बाद उनकी अंतिम यात्रा शुरू होगी. जनरल रावत की अंतिम यात्रा पूरे सैन्य सम्मान के साथ निकाली जाएगी और इसके लिए जो इंतजाम किया जा रहा है, वो भी अभूतपूर्व होगा.
बरार स्क्वॉयर में होगा अंतिम संस्कार
बिपिन रावत के पार्थिव शरीर को गन कैरिएज यानि तोप वाली गाड़ी में रखा जाएगा. अंतिम यात्रा में जनरल के साथ उनकी पत्नी का भी पार्थिव शरीर होगा. ये अंतिम सफर उनके आवास से दिल्ली कैंट के बरार स्क्वॉयर तक का होगा. सेना के आधिकारिक श्मशान बरार स्क्वॉयर में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. एक दिन पहले जब जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका समेत सभी 13 लोगों के शव दिल्ली लाए गए तो उनके परिवारवालों को देखकर हर किसी की आंखों में आंसू थे.
जनरल बिपिन रावत की दोनों बेटियां कीर्तिका और तारिणी खुद को संभाले हुए चुपचाप वहां खड़ी थीं. लेकिन अपने माता-पिता को एक साथ खो देने का ग़म क्या होता है, ये हर कोई कहां समझ सकता है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें श्रद्धांजलि देने खुद पहुंचे थे. उनकी आंखों में भी सूनापन साफ नजर आ रहा था. परिवार के बुजुर्ग की तरह उन्होंने जनरल रावत की बेटियों को ढांढस बंधाया और ये भरोसा दिया कि पूरा देश हमेशा उनके साथ है. आज पूरा देश जनरल रावत को श्रद्धांजलि दे रहा है. मन में इस अहसास के साथ कि वो हमेशा हमारी यादों में रहेंगे और उनके शौर्य की कहानियां पीढ़ियों तक याद रखी जाएंगी.