पीएम मोदी के लिए बहुत ही खास है 2024, रच सकते हैं इतिहास, देश की दिशा तय करेगा आम चुनाव
2024 के आम चुनाव में अब 400 दिन रह गए हैं. ये चुनाव कई मायनों में ऐतिहासिक होने वाले हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए तो यह और भी खास है. वे इतिहास बनाने की दहलीज पर खड़े हैं.
Genera Election 2024: अगले साल यानि 2024 में लोकसभा के चुनाव होंगे. मंगलवार (17 जनवरी) को राष्ट्रीय कार्यकारिणी को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले 400 दिन बचे हैं और हमें लोगों की सेवा में सब कुछ करना है. हमें इतिहास रचना है. आइए देखते हैं वो कौन सा इतिहास है जो 2024 के चुनावों में रचा जाएगा.
2024 के चुनाव में अगर बीजेपी जीतती है तो सबसे बड़ी बात पीएम मोदी के लिए होगी. उनके नेतृत्व में पार्टी दो बार चुनाव जीत चुकी है और तीसरी बार जीत उन्हें देश के प्रधानमंत्रियों की लिस्ट में अलग मुकाम पर खड़ा करेगी. इसके पहले दो ही प्रधानमंत्री दो कार्यकाल पूरा करके तीसरी बार चुनाव जीत चुके हैं.
इन नेताओं की कतार में होंगे शामिल
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू 1952, 1957 और 1962 का चुनाव जीते. 1964 में पद पर रहते हुए उनका निधन हो गया.
उनके बाद इंदिरा गांधी गांधी भी तीन चुनाव जीतीं और पीएम बनीं. इंदिरा गांधी 1967, 1971 का चुनाव जीता. 1975 में इमरजेंसी लगा दी गई और 1977 में चुनाव हुए जिसमें इंदिरा की करारी हार हुई. लेकिन 3 साल बाद 1984 के आम चुनावों में उन्हें फिर से जीत मिलीं और प्रधानमंत्री बनीं. 1984 में पीएम पद पर रहते हुए उनकी हत्या कर दी गई.
वैसे तो तीन बार प्रधानमंत्री बनने की लिस्ट में बीजेपी के ही दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी का नाम भी है लेकिन तीनों बार को मिलाकर वह सिर्फ 6 साल ही पद पर रहे थे.
पूरे कार्यकाल को देखें तो पीएम मोदी ने मनमोहन सिंह के दो कार्यकाल की बराबरी कर ली है. ऐसे में अगर उनके नेतृत्व में 2024 में जीत मिलती है तो वे नेहरू और इंदिरा की कतार में खड़े होंगे.
2014 में आया राजनीति का मॉडल चलेगा क्या?
देश की राजनीति में आजादी के बाद थोड़े समय को हटा दें तो चार दशकों तक कांग्रेस ने राज किया. कांग्रेस के साथ उच्च जातियां, मुसलमान और दलितों का साथ मिला. हालांकि 70 के दशक में कांग्रेस को राज्यों में चुनौती मिलने लगी थी. फिर आया 90 का दशक. इसमें एक तरफ मंडल था दूसरी तरफ कमंडल यानि बीजेपी की हिंदूवादी राजनीति. इसने देश में गठबंधन राजनीति का दौर शुरू किया. जो 2014 तक कायम रहा.
2014 आते-आते बीजेपी पूरी तरह से नए कलेवर में थी. अब तक उच्च जातियों की पार्टी कही जाने वाली भाजपा ने 2014 में बता दिया कि उसने मंडल की काट ढूढ़ ली है. नरेंद्र मोदी ब्रांड ब्रांड बनकर उभरे और उनके नेतृत्व में न सिर्फ केंद्र बल्कि राज्यों में भी बीजेपी का परचम लहराया. हिंदुत्व प्लस मोदी ब्रांड की सबसे खास उपलब्धि रहा रहा यूपी जहां बीजेपी बस सांस ले पा रही थी. दो बार से प्रचंड बहुमत से सरकार में है.
अभी भी मोदी ब्रांड को चुनौती देने वाला कोई चेहरा नजर नहीं आ रहा. कांग्रेस अभी खुद को तैयार ही कर रही है. उधर केजरीवाल, ममता बनर्जी, केसीआर ये सब साथ तो नजर आते हैं लेकिन इन सबकी अपनी महत्वाकांक्षाएं हैं. बिहार से नीतीश कुमार का नाम भी उछाला जा रहा है लेकिन वे खुद अभी कुछ नहीं बोल रहे. या शायद नब्ज समझने की कोशिश कर रहे हैं.
पीएम मोदी हारे तो भी बनेगा इतिहास
ये तो हुई पीएम मोदी की जीत को लेकर संभावना, लेकिन क्या हुआ अगर पीएम मोदी हार गए तो. अगर पीएम मोदी हारते हैं तो भी इतिहास बन जाएगा. 2001 में सीएम बनने के बाद वह कभी कोई चुनाव नहीं हारे. 2014 में केंद्र की सत्ता पर पहुंचने के बाद 2019 में भी वे अपराजेय रहे. अब देखना है कि 2024 में तीसरी बार वे फतह कर पाते हैं या नहीं.
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