महाराष्ट्र: मध्य रेल के महाप्रबंधक संजीव मित्तल ने आज मंगलवार 18 अगस्त को छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस में नवीनतम WAG-12 लोकोमोटिव का निरीक्षण किया. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने बताया कि इस अवसर पर प्रधान मुख्य इलेक्ट्रिकल इंजीनियर एस.पी. वावरे ने उच्च शक्ति वाले ट्विन सेक्शन के लोकोमोटिव का मित्तल को अंदर जाकर अवलोकन कराया. WAG 12B इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं.




  • भारतीय रेलवे पर चलने वाला सबसे अधिक पावर वाला लोकोमोटिव

  • भारी माल गाड़ियों के तेजी से और सुरक्षित मूवमेंट में सक्षम

  • अत्याधुनिक इंसुलेटेड गेट बाइपोलर ट्रांजिस्टर (IGBT) आधारित प्रणोदन तकनीक से लैस

  • पारंपरिक ओएचई लाइनों के साथ-साथ उच्च वृद्धि वाली ओएचई लाइनों के साथ पटरियों पर काम करने में सक्षम

  • इलेक्ट्रिक लोको लो वोल्टेज केबल्स का उपयोग के साथ ही इसमें एलईडी लैंप हैं, जो इसे "ग्रीन लोको" बनाता है लोकोमोटिव भारत की अत्यधिक गर्मी और आर्द्रता का सामना कर सकता है

  • पुनर्योजी ब्रेकिंग के कारण ऊर्जा की खपत में काफी बचत होती है

  • इस परियोजना में मेक इन इंडिया पहल के तहत स्वदेशी विनिर्माण पर एक मजबूत प्रोत्साहन है

  • मालगाड़ियों की औसत गति और लदान क्षमता में सुधार करके संतृप्त पटरियों को डिकंजेस्ट करने में मदद करेगा

  • भारत के सबसे बड़े एकीकृत ग्रीनफील्ड निर्माण सुविधा में मधेपुरा में लोकोमोटिव का निर्माण किया जा रहा है


मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शिवाजी सुतार ने बताया की, 'मध्य रेल को WAG-12B संचालन का रणनीतिक लाभ मिलेगा. WAG9 / WAG7 की 5500 टन भार क्षमता की तुलना में, यह 10000 टन क्षमता की वृद्धि कर मुख्य रूप से वर्गीकृत खंडों पर माल यातायात की औसत गति बढ़ा सकता है. मध्य रेल पर यह गोधनी-तीगांव, नागपुर-आमला और जुझारपुर-ताकू सेक्शन में बैंकरों के लगाव की आवश्यकता को भी दूर कर सकता है. इससे मालगाड़ियों के समग्र चलने के समय में लगभग 30 से 45 मिनट की कमी आएगी.


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