George Soros Row: अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस के पीएम मोदी (PM Modi) और गौतम अडानी (Gautam Adani) पर दिए गए बयान के बाद हलचल मच गई है. बीजेपी (BJP) ने इसे विदेशी जमीन से भारत के खिलाफ रची जा रही साजिश करार दिया है. जॉर्ज सोरोस ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि पीएम मोदी लोकतांत्रिक नहीं है. इस बयान के बाद बीजेपी और कांग्रेस (Congress) ने एक सुर में जॉर्ज सोरोस की निंदा की है. जानिए मामले से जुड़ी बड़ी बातें.
1. अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस ने बृहस्पतिवार को म्यूनिख सुरक्षा सम्मेलन में एक संबोधन में कहा कि पीएम मोदी और गौतम अडानी करीबी सहयोगी हैं. उनका भाग्य आपस में जुड़ा हुआ है. अडानी एंटरप्राइजेज ने शेयर बाजार में धन जुटाने की कोशिश की, लेकिन वो असफल रहा.
2. जॉर्ज सोरोस ने कहा कि अडानी पर स्टॉक हेरफेर का आरोप है. उनका स्टॉक रेत की महल की तरह ढह गया. मोदी इस मसले पर चुप हैं, लेकिन उन्हें विदेशी निवेशकों और संसद में सवालों का जवाब देना होगा. सोरोस ने दावा कि अडानी समूह में उथल-पुथल देश में एक लोकतांत्रिक पुनरुद्धार का द्वार खोल सकती है. उन्होंने, हालांकि अपने दावों के समर्थन में कोई सबूत पेश नहीं किया.
3. जॉर्ज सोरोस अमेरिका के चर्चित व्यापारी हैं. जॉर्ज ने कथित राष्ट्रवादियों से लड़ने के लिए 100 करोड़ डॉलर का फंड देने का ऐलान किया था. जॉर्ज ने 1984 में रूस के खिलाफ अभियान को फंड दिया. 1986 में चीन के खिलाफ अभियान को पैसा दिया.
4. साल 2004 में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जॉर्ज डब्ल्यू बुश को हराने के लिए बड़ी रकम दी थी. उन्होंने ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन के खिलाफ अभियान के लिए पैसा दिया. उन पर इजरायल में नेतन्याहू के खिलाफ अभियान चलाने के लिए फंडिंग का आरोप लगा है.
5. जॉर्ज सोरोस के बयान पर बीजेपी की ओर से भी पलटवार किया गया है. केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने शुक्रवार (17 फरवरी) को कहा कि जॉर्ज सोरोस भारत के लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है. उसने मोदी जैसे नेता को टारगेट करने के लिए करोड़ों की फंडिंग की है.
6. ईरानी ने कहा कि सोरोस जैसे आलोचकों ने भारत पर हमला इसलिए शुरु कर दिया है क्योंकि वह दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यस्था के रूप में उभरा है. स्मृति इरानी ने दावा किया कि जॉर्ज सोरोस ने ऐलान किया है कि भारत के लोकतांत्रिक ढांचे पर चोट करेंगे. उन्होंने ऐलान किया है कि वे पीएम नरेंद्र मोदी पर चोट करेंगे. जॉर्ज सोरोस का ऐलान का जवाब सभी हिंदुस्तानी को देना चाहिए.
7. स्मृति ईरानी ने हालांकि कांग्रेस का कोई सीधा जिक्र नहीं किया, लेकिन शहजाद पूनावाला और आरपी सिंह सहित बीजेपी के कुछ प्रवक्ताओं ने सोरोस के साथ विपक्षी पार्टी के संबंधों पर सवाल उठाए. आरपी सिंह ने सवाल किया कि क्या राहुल गांधी ने कभी सोरोस से मुलाकात की है?
8. कांग्रेस की ओर से भी जॉर्ज सोरोस के बयान की निंदा की गई है. कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि भारत में नेहरूवादी विरासत यह सुनिश्चित करती है कि अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस जैसे लोग भारतीय चुनावों के परिणाम तय नहीं कर सकते.
9. कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री से जुड़ा अडानी घोटाला भारत में लोकतांत्रिक पुनरुत्थान शुरू करता है या नहीं, यह पूरी तरह कांग्रेस, विपक्ष व हमारी चुनाव प्रक्रिया पर निर्भर है. इसका जॉर्ज सोरोस से कोई लेना-देना नहीं है. हमारी नेहरूवादी विरासत सुनिश्चित करती है कि उन जैसे लोग हमारे चुनाव परिणाम तय नहीं कर सकते.
10. शिवसेना (उद्धव ठाकरे) की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने इस मुद्दे पर तीखी टिप्पणियों को लेकर बीजेपी (BJP) पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि हमारे भारतीय अरबपतियों की अन्य देशों पर भी राय है. शुक्र है कि उन देशों में ट्रोल मंत्री नहीं हैं जो लोकतंत्र या राष्ट्र के लिए खतरा बताने के लिए प्रेस कांफ्रेंस करें.
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