India-Germany Relations: जर्मनी ने कुशल भारतीय कार्यबल (Skilled Indian Workforce) के लिए वीजा की संख्या 20 हजार से बढ़ाकर 90 हजार करने का फैसला किया है. प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को जर्मन बिजनेस के 18वें एशिया प्रशांत सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान इस बात की घोषणा की. 


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को जर्मन कंपनियों को देश में निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि निवेश के लिए भारत से बेहतर कोई स्थान नहीं है और देश की विकास गाथा में शामिल होने का यह सही समय है.जर्मन बिजनेस 2024 के 18वें एशिया-प्रशांत सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि विदेशी निवेशकों के लिए भारत की मेक इन इंडिया' पहल में शामिल होने और 'मेक फॉर द वर्ल्ड' में शामिल होने का यह 'सही' समय है.


उन्होंने यह भी कहा कि जर्मनी ने भारत की कुशल जनशक्ति में जो विश्वास व्यक्त किया है, वह अद्भुत है क्योंकि यूरोपीय राष्ट्र ने कुशल भारतीय कार्यबल के लिए वीजा को 20,000 से बढ़ाकर 90,000 करने का निर्णय लिया है.


"आने वाले 25 वर्षों में विकसित भारत का रोडमैप तैयार"


प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने आने वाले 25 वर्षों में विकसित भारत का रोडमैप तैयार किया है. मुझे खुशी है कि इस महत्वपूर्ण समय में जर्मन कैबिनेट ने 'भारत पर ध्यान' दस्तावेज़ जारी किया है. जर्मनी ने कुशल भारतीय कार्यबल के लिए वीज़ा संख्या को 20,000 से बढ़ाकर 90,000 करने का निर्णय लिया है. यह जर्मनी के विकास को नई गति देगा.


भारत की विकास गाथा में शामिल होने सही समय


पीएम मोदी ने कहा, "भारत की विकास गाथा में शामिल होने का यह सही समय है.भारत वैश्विक व्यापार और विनिर्माण केंद्र बन रहा है." उन्होंने कहा कि आज भारत लोकतंत्र, जनसांख्यिकी, मांग और डेटा के मजबूत स्तंभों पर खड़ा है. उन्होंने आगे कहा कि भारत सड़कों और बंदरगाहों में रिकॉर्ड निवेश कर रहा है और इंडो-पसिफ़िक रीजन दुनिया के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है.


ये भी  पढ़ें: Olaf Scholz India Visit: 'युद्ध से समस्याओं का हल नहीं होता', जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज से मुलाकात में बोले पीएम मोदी