गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित एक श्मशान घाट की छत गिरने के चलते 25 लोगों की मौत के बाद हरकत में आई योगी सरकार ने इसे मामले को गंभीरता से लिया. इसके बाद श्मशान घाट की छत बनाने में हुई अनियमितता का मामला अब सामने आ रहा है. दूसरी तरफ, इस हादसे में अब तक पांचवी गिरफ्तारी हुई है.


इस मामले में यूपी पुलिस ने बिल्डर अजय त्यागी के सहयोगी संजय गर्ग को गिरफ्तार किया है. पुलिस को दिए बयान में अजय त्यागी ने बताया है कि बजट बढ़ाने के लिए 16 लाख रुपए अधिशाषी अधिकारी और जेई को दिये गए थे. गौरतलब है कि रविवार को मुरादनगर के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार में जुटे लोगों पर लेंटर गिर गया था. लेंटर के मलबे में दबकर 25 लोगों की मौत हो गई जबकि 17 घायल हो गए. सभी लोग एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में पहुंचे थे. यह हादसा मुरादनगर के उखलारसी में हुआ.


मुरादनगर में रहने वाले फल विक्रेता जयराम की रविवार सुबह मौत हो गई थी. जयराम के परिजन और उनके जानकार मुरादनगर के श्मशान घाट में उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने आए थे. अंतिम संस्कार के बाद जब बारिश होने लगी तो लोग बारिश से बचने के लिए लेंटर के नीचे खड़े हो गए. उसी दौरान ये लेंटर भरभरा कर गिर गया.


इधर, घटना से नाराज मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने निर्माण कार्य में हुए सरकारी धन के नुकसान के साथ ही मृतकों के परिवार को दी जा रही सहायता राशि की भरपाई भी जिम्‍मेदार ठेकेदार और इंजीनियरों से करने के निर्देश दिए हैं. नुकसान के साथ आश्रितों को दी जा रही मुआवजा राशि की भरपाई पहली बार ठेकेदार और अफसरों से की जाएगी.


मंगलवार को अफसरों के साथ बैठक में मुख्‍यमंत्री ने साफ कर दिया कि निर्माण कार्यों की गुणवत्‍ता मानक से कम मिली तो डीएम और कमिश्‍नर इसके लिए जिम्‍मेदार होंगे. ठेकेदार और इंजीनियरों के साथ डीएम, कमिश्‍नर के खिलाफ भी कार्रवाई होगी. योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि हर जिले में निर्माण कार्यों की गुणवत्‍ता की जांच के लिए टास्‍क फोर्स गठि‍त की गई है. जिले में हो रहे सभी निर्माण कार्यों की गुणवत्‍ता की टास्‍क फोर्स औचक जांच करेगी.


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