गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में आज सुबह से हो रही बारिश की वजह से मुरादनगर इलाके में श्मशान घाट में छत भरभरा कर गिर गई. इस हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है और 13 लोग घायल हो गए. रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो चुका है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों के लिए 2-2- लाख रुपये की सहायता का एलान किया है. वहीं आईजी मेरठ जोन प्रवीण कुमार ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.


चार महीने पहले ही बनी थी श्मशान घाट की छत


दरअसल, ये हादसा तब हुआ जब श्मशान घाट में अंमित क्रिया में आए लोग बारिश से बचने के लिए इस छत के नीचे खड़े थे. इसी दौरान ये छत गिर गया और वहां खड़े लोग इसके नीचे दब गए. इसकी सूचना मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया पुलिस और अन्य विभाग की टीम मौके पर पहुंची. पुलिस और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया. जानकारी के मुताबिक, चार महीने पहले ही इस श्मशान घाट की छत बनी थी.


घटना के संबंध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस घटना पर शोक व्यक्त करते हुए हादसे में मृतकों के आश्रितों को 02-02 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की. मण्डलायुक्त, मेरठ और एडीजी मेरठ जोन को घटना के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए. सीएम योगी ने छत गिरने की घटना का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को तत्काल मौके पर पहुंचकर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिया. मुख्यमंत्री ने कहा है कि घटना से प्रभावित व्यक्तियों को हर सम्भव मदद पहुंचाई जाए और हादसे में घायल लोगों का समुचित उपचार सुनिश्चित किया जाए.


छत बनाने में इस्तेमाल की गई घटिया सामग्री


घटना स्थल पर मौजूद एनडीआरफ की टीम ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत करते हुए कहा कि श्मशान घाट की छत बनाने में जिस मेटेरियल का इस्तेमाल हुआ वो खराब क्वालिटी की है. निर्माण कार्य में सीमेंट का बेहद कम इस्तेमाल हुआ. एनडीआरएफ ने कहा कि घटिया सामग्री की वजह से हादसा हो सकता है. घटनास्थल का डॉग स्कॉड से भी मुआयना कराया गया.


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