Ghazipur Bomb Scare: एक महीने में खरीदे गए सिम कार्ड और नए मोबाइल फोन का डेटा इकट्ठा कर रही है पुलिस
Ghazipur Bomb Scare: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) एक महीने में खरीदे गए सिम कार्ड (SIM) और नए मोबाइल (Mobile) फोन का डेटा जमा करने में जुटी हुई है जिससे की आरोपी के बारे में जानकारी हासिल की जा सके.
Ghazipur Bomb Scare: गाजीपुर मंडी (Ghazipur Mandi) में मिले बम (Bomb) के मामले की जांच में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल को अभी तक कोई खास सुराग हाथ नहीं लगा है. अभी तक पुलिस (Police) ये भी पता नही कर पाई है कि आखिरकार मंडी में बम किसने रखा था. हालांकि, पुलिस के सूत्रों की माने तो इसमें पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी ISI का हाथ हो सकता है. स्पेशल सेल की टीम गाजीपुर मंडी में लगे करीब 80 सीसीटीवी (CCTV) फूटेज की तो जांच कर ही रही है साथ ही साथ अब पुलिस की टीम गाजीपुर मंडी के आसपास और मंडी से सटे गाज़ियाबाद (Ghaziabad) के इलाके में जितनी भी मोबाइल (Mobile) की दुकानें है उसने पिछले 1 महीने का डेटा इकट्ठा कर रही है.
दिल्ली पुलिस आसपास के दुकानदारों से पिछले एक महीने का मोबाइल बिक्री और सिम कार्ड को खरीदने वालों की डिटेल्स जमा करने में जुटी हुई है जिससे कि जांच को आगे बढ़ाया जा सके. इतना ही नहीं स्पेशल सेल की टीम ने गाजीपुर मंडी और उसके आसपास के मोबाइल टावर से डंप डाटा भी लिया है.
ये डंप डाटा पुलिस को कॉल मिलने से 2 घंटे पहले और 2 घंटे बाद का लिया गया है. गाजीपुर मंडी के एक किलोमीटर के दायरे में उस समय जितने भी नंबर एक्टिव थे उन सभी नंबरो की बारीकी से जांच की जा रही है. इन सभी नंबरों को फ़िल्टर करके पुलिस संदिग्धों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.
फ़िलहाल 3 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली है. आपको बता दें कि 14 जनवरी को सुबह करीब 10.20 बजे दिल्ली की गाजीपुर मंडी के गेट नंबर 1 के सामने एक लावारिस बैग बरामद हुआ था. इस बैग के अंदर IED था. इसे NSG ने निष्क्रिय किया था.
NSG की जांच में सामने आया कि इस बम में 3 किलों विस्फोटक था और ये RDX और अमोनियम नाइट्रेट को मिक्स करके बनाया गया था. स्पेशल सेल के सूत्रों के मुताबिक दिल्ली में ऐसा पहली बार हुआ है जब RDX और अमोनियम नाइट्रेट को मिक्स करके बम बनाया गया हो. स्पेशल सेल के सूत्रों का कहना है कि ऐसा इसलिए किया गया ताकि ज्यादा से ज्यादा तबाही हो.
स्पेशल सेल के सूत्रों की माने तो ये साजिश पाकिस्तान ने रची और इसमें खुफिया एजेंसियों को पाकिस्तान की ISI के हाथ होने का शक है. स्पेशल सेल के सूत्रों ने यह भी बताया कि दिल्ली में एक बार फिर कहीं ना कहीं स्लीपर सेल एक्टिव हो गए हैं और स्लीपर सेल ने ही बम को गाजीपुर सब्जी मंडी के गेट नंबर 1 पर प्लांट किया होगा.
इतना ही नहीं सेल के सूत्रों का ये भी कहना है कि इसके तार पंजाब से भी जुड़े हो सकते है. दरअसल, स्पेशल सेल ये बात इसलिए कह रही है. क्योंकि दिल्ली में जो IED बरामद की गई है उसमें और पंजाब में मिल रही IED में काफी समानता है. ये वो IED है जो पिछले 6 महीनों से पंजाब में मिल रही है.
दरअसल पिछले साल पाकिस्तान की सीमा से सटे पंजाब के अलग-अलग इलाकों में 40 के करीब ड्रोन आए थे. इन सभी ड्रोनों में हथियार, गोला बारूद और विस्फोटक था. इन सभी ड्रोनों से जो विस्फोटक गिराए गए थे वो बरामद कर लिए गए थे. लेकिन, एजेंसियों को ऐसा लगता है कि कुछ जरूर होंगे जो आतंकियों के हाथ लगे. इसलिए दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को शक है कि दिल्ली में बरामद IED उसी का एक हिस्सा है.