गाजियाबाद: दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन जारी है. दिल्ली बॉर्डर पर पिछले साल नवंबर के महीने से किसान लगातार डटे हुए हैं और कृषि कानूनों को हटाने के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच राकेश टिकैत ने कहा है कि बीजेपी जाति आधारित दंगे भड़काने की साजिश रच रही है.


गाजीपुर सीमा पर भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं और कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के बाद भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बुधवार को बीजेपी पर जाति आधारित दंगे भड़काने की साजिश रचने का आरोप लगाया है.


काले झंडे दिखाए


बीकेयू की ओर से जारी बयान के अनुसार टिकैत ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किसान नेताओं को काले झंडे दिखाए और आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया. बयान में कहा गया है कि वाल्मीकि समाज के सदस्यों ने कृषि कानूनों को लेकर जारी विरोध प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है.


बीजेपी और आरएसएस की साजिश


वहीं एक प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार झड़प उस वक्त हुई जब बीजेपी कार्यकर्ता एक फ्लाईवे पर जुलूस निकाल रहे थे, जहां प्रदर्शनकारी मुख्य रूप से बीकेयू के समर्थक नवंबर 2020 से डेरा डाले हुए हैं. किसानों ने आरोप लगाया कि यह प्रकरण सात महीने पुराने विरोध को दबाने के लिए बीजेपी और आरएसएस की साजिश है.


वहीं, सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि जब वे बीजेपी के नवनियुक्त महासचिव अमित वाल्मीकि के सम्मान में स्वागत जुलूस निकाल रहे थे तो अपशब्दों और जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया गया, जिसकी वजह से झड़प हुई.


यह भी पढ़ें: किसान आंदोलन के सात महीने हुये पूरे, सरकार से नाराज राकेश टिकैत ने फिर भरी हुंकार