Ghulam Ali Khatana Will Be Rajya Sabha Member: केंद्र सरकार ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के गुर्जर मुस्लिम समुदाय के गुलाम अली को राज्यसभा के लिए मनोनीत किया. यह संभवत: पहली बार है, जब क्षेत्र के गुर्जर मुस्लिम समुदाय के किसी व्यक्ति को मनोनीत सदस्य के रूप में उच्च सदन में भेजा गया है. गुलाम अली एसटी वर्ग से आते हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा शनिवार रात जारी एक अधिसूचना में कहा गया है, ‘‘भारत के संविधान के अनुच्छेद 80 के खंड (एक) के उप-खंड (ए) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, जो उसी अनुच्छेद के खंड (3) में शामिल है, राष्ट्रपति एक मनोनित सदस्य के सेवानिवृत्त होने से रिक्त हुई जगह को भरने के लिए गुलाम अली को राज्यसभा के लिए नामित करती हैं.’’
जितेंद्र सिंह ने दी बधाई
केंद्र सरकार में कई महत्वपूर्ण विभाग का जिम्मा संभाल रहे जितेंद्र सिंह ने राज्यसभा में नए सदस्य के रूप में अली के नामांकन पर बधाई दी है. जितेंद्र सिंह ने इस संबंध में एक ट्वीट में कहा, ‘‘गुलाम अली खटाना जी, राज्यसभा की सदस्यता पाने के योग्य थे, लंबे समय बाद ऐसा हो पाया... आपके लिए राष्ट्र निर्माण में अपनी सर्वोत्कृष्ट भूमिका निभाने का अवसर.’’
अभी जम्मू कश्मीर से नहीं है कोई सांसद
गुलाम अली खटाना की इस नियुक्ति को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है. दरअसल अनुच्छेद-370 को निरस्त किए जाने से पहले इस समुदाय का विधायी निकायों में बहुत कम प्रतिनिधित्व था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने अगस्त 2019 में अनुच्छेद-370 को निरस्त कर दिया था और तत्कालीन जम्मू-कश्मीर राज्य को दो केंद्र-शासित प्रदेशों-जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में विभाजित कर दिया था. अनुच्छेद-370 में जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिया गया था.
कौन हैं गुलाम अली खटाना
गुलाम अली खटाना पेशे से एक इंजीनियर हैं और लगभग 14 वर्षों से बीजेपी से जुड़े हुए हैं. गुलाम अली जम्मू के बठिंडी के रहने वाले हैं. उन्होंने भाजपा के एसटी सेल में लंबे समय तक काम किया है. इसके अलावा मौजूदा समय में वह पार्टी के राज्य प्रवक्ता हैं. अभी जम्मू और कश्मीर का राज्यसभा में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है. विधानसभा न होने की वजह से इसने राष्ट्रपति चुनाव में भी भाग नहीं लिया. ऐसे में गुलाम अली खटाना की नियुक्ति को राज्य में बड़े राजनीतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है.
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