अनिल परिहार हत्या मामला: गुलाम मोहम्मद ने कहा-राजनीतिक साजिश के तहत मुझे फंसाया जा रहा है
किश्तवाड़ पुलिस ने गुलाम मोहम्मद सरूरी के भाई मोहम्मद शफी सरूरी कर खिलाफ 1 अक्टूबर 2019 को आतंकियों के ओवर ग्राउंड वर्कर्स की मदद करने के लिए मामला दर्ज किया था.
जम्मू: आतंकियों के साथ कथित कनेक्शन के आरोपों में घिरे जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री गुलाम मोहम्मद सरूरी ने अपने खिलाफ सभी आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताया है. गौरतलब है कि गुलाम मोहम्मद सरूरी से मंगलवार को एनआईए ने पूछताछ की थी.
इस पूछताछ के बाद जम्मू में मीडिया से बात करते हुए सरूरी ने बताया कि उन्हें एक राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है. उन्होंने इस साजिश की जांच कर इस साजिश को रचने वाले लोगों को बेनकाब करने की भी मांग की है.
सरूरी ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र में जहांगीर भट्ट नाम एक आतंकी सक्रिय है जो उस इलाके में आतंकी घटनाओं को अंजाम देता है. उन्होंने कहा कि एक साजिश के तहत जहांगीर भट्ट ने अपने नाम के साथ सरूरी शब्द जोड़ दिया. जिसके बाद उन पर राजनीतिक हमले किये जा रहे हैं.
क्या था मामला
एनआईए सूत्रों की माने तो 1 नवंबर 2018 को किश्तवाड़ में बीजेपी नेता अनिल परिहार और उनके भाई अजित परिहार की हत्या के मामले में बड़े कांग्रेस नेता और इंद्रवाल विधानसभा से तीन बार विधायक गुलाम मोहम्मद सरूरी को पूछताछ के लिए बुलाया गया. कांग्रेस नेता को यह नोटिस एसएसपी किश्तवाड़ के जरिए भेजा गया.
किश्तवाड़ जिले में परिहार बंधुओं की हत्या के बाद आरएसएस के नेता चंद्रकांत शर्मा और उनके पीएसओ की भी हत्या हुई थी. इन घटनाओं के साथ ही किश्तवाड़ जिले में सुरक्षा बलों से हथियार छीनने की दो घटनाओं को भी अंजाम दिया गया था.
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