Congress News: गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा को दो साल बाद मिला काम, सोनिया से ED की पूछताछ के विरोध में आए सामने
Congress Politics: कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा अरसे बाद पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए नजर आए. दोनों दो साल से प्रेस वार्ता में नहीं देखे जा रहे थे.
Congress Press Conference: कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) और आनंद शर्मा (Anand Sharma) को करीब दो साल बाद काम मिला है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि दो साल बाद इन दोनों ने दिल्ली में आज कांग्रेस की प्रेस कॉन्फ्रेंस (Congress Press Conference) में पत्रकारों से बात की. कांग्रेस ने आज सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से ईडी (ED) की पूछताछ के विरोध में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी. सोनिया गांधी का बचाव और सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) पर हमला करने के लिए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के अलावा गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उतारा गया.
ये दोनों नेता 2020 में 23 कांग्रेसी नेताओं द्वारा लिखे गए पत्र के बाद से कांग्रेस मुख्यालय से कॉन्फ्रेंस को संबोधित नहीं कर रहे थे. ये दोनों नेता उस समय भी गायब थे जब पिछले महीने राहुल गांधी से पूछताछ के दौरान कांग्रेस ने सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया था. कांग्रेस पार्टी में बदलाव को लेकर 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखा था. पिछले हफ्ते ईडी ने जब सोनिया गांधी को पहली बार पूछताछ के लिए बुलाया तो आजाद और शर्मा दोनों कांग्रेस के मुख्यालय पर मौजूद थे.
गुलाम नबी आजाद-आनंद शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ये कहा
गुलाम नबी आजाद ने प्रेस कांफ्रेंस में सोनिया गांधी के बचाव में कहा, ''पहले के जमाने में जंग होती थी तो बादशाह की तरफ से हिदायत होती थी कि औरत पर हाथ नहीं उठाना और बीमार पर हाथ नहीं उठाना है लेकिन ईडी सोनिया गांधी को परेशान कर रही है.'' उन्होंने कहा कि ईडी सोनिया गांधी को परेशान कर रही है जबकि उनकी तबीयत खराब है. उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड के जिस मामले में राहुल गांधी से ईडी ने पूछताछ की तो फिर उसी केस में सोनिया गांधी से पूछताछ की क्या जरूरत थी. वहीं आनंद शर्मा ने कहा, ''कानून आवश्यक होते हैं लेकिन यह देखना चाहिए कि उनका उल्लंघन न हो. प्रजातंत्र में कानून हथियार नहीं होते, हथियार तो फौज के पास होते हैं.''