नई दिल्ली: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने केंद्र सरकार पर एनआरसी और एनपीआर को लेकर सोमवार को हमला बोला है. उन्होंने कहा कि देश में मौजूद 50 से 60 करोड़ लोगों को अपने माता-पिता की जन्म तारीख भी मालूम नहीं होगी.


गुलाम नबी आजाद ने कहा कि मैंने विपक्षी दलों के नेताओं के साथ मिलकर नियम 267 के तहत नोटिस दिया था. इस नोटिस के जरिए केंद्र सरकार से देश भर में चल रहे प्रदर्शनों को लेकर चर्चा की मांग की गई थी लेकिन सरकार ने इस पर चर्चा करने से मना कर दिया.


गुलाम नबी आजाद ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि "जब से नागरिकता (संशोधन) विधेयक एक अधिनियम बना, सरकार ने अलग-अलग अवसरों पर कहा कि इसके बाद एनपीआर और उसके बाद एनआरसी आएगा. उन्होंने कहा कि एनपीआर पहले बना था लेकिन उसमें सिर्फ समान्य सवाल पूछे गए थे. वहीं बीजेपी सरकार एनपीआर को हिंदू और मुस्लिम के नजरिए से बनाना चाहती है. बीजेपी एनपीआर को गलत तरीके से पेश कर रही है.


उन्होंने कहा कि मैं मानता हूं कि हिंदू और मुस्लिम की पहचान का एनपीआर से कोई लेना-देना नहीं है. उन्होंने कहा कि मेरा मानना ​​है कि इस देश में 50-60 करोड़ लोग ऐसे हैं जो अपने माता-पिता के जन्म की तारीख नहीं जानते होंगे. बीजेपी सरकार लोगों को इन सभी चीजों में घसीट रही है क्योंकि उन्होंने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया.


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