Ghulam Nabi Azad On Article-370: जम्मू कश्मीर के पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद ने बुधवार को अनुच्छेद-370 को लेकर बड़ा बयान दिया है. पूर्व कांग्रेस नेता ने कहा कि, "अनुच्छेद-370 फिर से आ सकता है, अगर मोदी साहब (PM Modi) चाहें तो, जैसे कि उन्होंने किसान कानून पर किया या फिर संसद में दो तिहाई बहुमत हो, तब भी 370 दोबारा मिल सकता है. 370 को लेकर एक रास्ता सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) का भी है."
उन्होंने पीसी के दौरान कहा कि, "मुझे परसों किसी मीडिया वाले ने कहा आपने असली बात आधे घंटे बाद बात शुरू की. मैंने कहा आप कभी जहाज देखने गए, वो धीरे धीरे चलता है. पॉलिटिशियन तो असली बात बाद में ही करेगा, अगर शुरू में ही कर देगा तो कोई रहेगा ही नहीं. मेरे साथ 30 लोग भी हैं स्टेज पर, मैं पहले उनकी भी तारीफ करूंगा, उसके बाद मैं मुद्दे की बात करूंगा."
'हम नेशनल पार्टी बनाएंगे, लेकिन..'
गुलाम नबी आजाद ने कहा कि, "मीडिया के आप सब लोगों का बहुत शुक्रिया. केरल में मेरे कार्टून पेपर में आये, इसका मतलब वो मुझे सुनते है. मैं पूरे हिंदुस्तान की मीडिया से खुश हूं. कांग्रेस छोड़ने पर भी लिखा. हमने देखा कांग्रेस सुधरने को तैयार नहीं है. हमने कहा कि हम नेशनल पार्टी बनाएंगे, लेकिन उससे पहले हम रीजनल पार्टी के रूप में स्थापित होंगे क्योंकि चुनाव जल्दी हैं. ये जल्दबाजी का फैसला नहीं है. दो साल से तो मुझे घर बैठा के रखा है. पार्टी में जब मेरी कोई जगह ही नहीं थी तो मैं क्या करता."
अनुच्छेद-370 को लेकर दे रहे बयान
कांग्रेस से अलग होने वाले गुलाम नबी आजाद ने हाल ही में अनुच्छेद-370 के बारे में कई बयान दिए हैं. कुछ दिन पहले उन्होंने कहा था कि यह संभावना बहुत कम है कि अनुच्छेद 370, जिसने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा दिया था, को बहाल किया जाएगा. उनकी नई पार्टी झूठे वादे नहीं करेगी. गुलाम नबी आजाद ने कहा था कि, "जब जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे की बात आती है तो वह कुछ भी वादा नहीं कर सकते क्योंकि यह उनके हाथ में नहीं है."
गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने बीते दिन भी श्रीनगर में कहा था कि, "अनुच्छेद 370 (Article-370) को मुद्दा नहीं बनाया जा सकता क्योंकि यह हमारे हाथ में नहीं है. मेरे हाथ में नहीं है कि मैं सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) को सुनवाई शुरू करने और हमारे पक्ष में फैसला सुनाने के लिए कहूं. मैंने कभी ऐसा कोई वादा नहीं किया जो मेरे हाथ में न हो."
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