नई दिल्ली: कांग्रसे के सीनियर नेता और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा कि कोरोना वायरस जैसी महामारियों से देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा पैदा हो सकता है. ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर नीतियां तय करने वालों को इस चुनौती से प्रभावी ढंग से निपटना चाहिए.


पीएम मोदी की अध्यक्षता में गुरुवार को हुई सर्वदलीय बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, "कोरोना जैसी महामारियां देश की आंतरिक सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकती हैं. राष्ट्रीय स्तर के नीति निर्माताओं को भविष्य में बाहरी खतरों और आंतरिक संकट के साथ ही कोरोना वायरस जैसी महामारियों को राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे की श्रेणी में शामिल करना चाहिए."


उम्मीद है कि कोरोना वैक्सीन जल्द आ जाएगी- आज़ाद


कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि कोरोना वैक्सीन जल्द आ जाएगी. सरकार को देश की आबादी और क्षेत्रफल को ध्यान में रखते हुए वैक्सीन को किफायती दर पर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए तैयारी करनी चाहिए.


आज़ाद ने सरकार से आग्रह किया कि वैक्सीन के भंडारण, वितरण, खुराक की संख्या, टीके के लिए पात्रता और इसके किसी दुष्प्रभाव जैसे मुद्दों का निदान करना चाहिए. आजाद ने इस बात का आह्वान भी किया कि कोरोना संबंधित टीकाकरण के किसी भी दीर्घकालीन प्रतिकूल असर का पता करने के लिए निगरानी की व्यवस्था बनाई जानी चाहिए.


पूर्व स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की वैक्सीन को प्राथमिकता पर रखने और वितरण के लिए वैज्ञानिकों, नीति निर्माताओं और नेताओं को साथ आना चाहिए.


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