Ghulam Nabi Azad Exclusive interview: लोकसभा चुनाव 2024 के लिए देशभर में सियासी पारा चढ़ा हुआ है. बीजेपी के स्टार प्रचारक के तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी लगातार जनसभाएं कर रहे हैं तो दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं की रैलियां भी जारी हैं. इस बीच कांग्रेस के पूर्व नेता और पूर्व मंत्री गुलाम नबी आजाद ने एबीपी न्यूज से खास बातचीत में कई बड़े मुद्दों पर खुलकर राय रखी है.
एक दिन पहले रविवार (22 अप्रैल) को राजस्थान के बाड़मेर में कांग्रेस के घोषणा पत्र के जरिए तुष्टिकरण पर सवाल खड़ा करने वाले पीएम नरेंद्र मोदी के बयान पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी है. जबकि राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर भी उन्होंने सवाल खड़ा किया है.
पीएम मोदी- राहुल गांधी को लेकर क्या बोले गुलाम नबी आजाद?
एबीपी न्यूज से खास बातचीत में डेमोक्रेटिक प्रगतिशील आजाद पार्टी के मुखिया गुलाम नबी आजाद ने कहा कि किसी को भी मजहब की राजनीति नहीं करनी चाहिए फिर वह चाहे कोई भी हो. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जो कास्ट सेंसस की बात कर रहे हैं वह बिल्कुल गलत है. उन्होंने राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की कार्य संस्कृति पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि कांग्रेस ने हमेशा से जातिवाद, मजहब की राजनीति के खिलाफ रुख अपनाया है और आज राहुल गांधी खुद वहीं कर रहे हैं.
बीजेपी की मदद के आरोपों पर भी गुलाम नबी आजाद ने दी सफाई
कश्मीर के दो बड़े सियासी घरानों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती की ओर से उन पर बीजेपी की मदद के लग रहे आरोपों पर भी गुलाम नबी आजाद ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि ना तो मेरे कहने से मुस्लिम बीजेपी को वोट करेंगे और ना ही बीजेपी के कहने से हिंदू मुझे सपोर्ट करेंगे. उन्होंने कहा कि हकीकत यह है की उमर अब्दुल्ला खुद एनडीए में मंत्री रहे हैं और महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी के साथ सरकार चलाई है.
'राहुल गांधी डरकर भाग गए'
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि राहुल गांधी उत्तर प्रदेश (अमेठी) से डर कर भाग गए. अगर उन्हें बीजेपी को हराना था तो यूपी से नहीं लड़ेंगे तो हरा ही नहीं सकते. उन्होंने वंशवाद की राजनीति पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि राहुल गांधी हो या उमर अब्दुल्ला, ये लोग बनी बनाई राजनीति के खिलाड़ी हैं. कश्मीर के लिए आज तक किसी ने कुछ नहीं किया. ये लोग विकास की बात करते हैं और अंत में हिंदू मुसलमान करने लगते हैं और फिसल जाते हैं. उन्होंने कहा कि ना तो नरेंद्र मोदी ने ना ही नेहरू ने, या ना ही इंदिरा गांधी ने किसी ने भी कश्मीर का विकास नहीं किया.