नई दिल्ली: भारत ने गिलगित बाल्टिस्तान क्षेत्र में अमूल्य भारतीय बौद्ध धरोहरों की तोड़फोड़ और ध्वस्त किए जाने पर बुधवार को गहरी चिंता व्यक्त की. भारत ने कहा कि प्राचीन सभ्यता से जुड़ी और सांस्कृतिक धरोहरों का ऐसा निरादर अत्यंत निंदनीय है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि ऐसी गतिविधियों का प्रदर्शन और प्राचीन सभ्यता से जुड़ी और सांस्कृतिक धरोहरों का ऐसा निरादर अत्यंत निंदनीय है.


अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘हमने पाकिस्तान के अवैध और बलपूर्वक कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र में स्थित अमूल्य भारतीय बौद्ध धरोहरों की तोड़फोड़, नष्ट करने की रिपोर्टों पर अपनी गंभीर चिंता से पाकिस्तान सरकार को अवगत कराया है.’’ उन्होंने मीडिया के सवालों पर कहा कि भारत ने अमूल्य पुरातात्विक धरोहरों को बहाल करने और संरक्षण करने के लिये उस क्षेत्र में अपने विशेषज्ञों को जाने की तत्काल अनुमति देने की मांग की है.





विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह गंभीर चिंता का विषय है कि पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र में बौद्ध प्रतीकों को नष्ट किया जा रहा है और सांस्कृतिक अधिकारों और स्वतंत्रता को कुचला जा रहा है.’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस क्षेत्र में अवैध कब्जे को भी खाली करे जो भारत का है. प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हम एक बार फिर से पाकिस्तान को अवैध कब्जे वाले क्षेत्र को तत्काल खाली करने और वहां रहने वाले लोगों के राजनीतिक, आर्थिक और सांस्कृति अधिकारों के उल्लंघन को बंद करने के लिए कहते हैं.’’


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