नई दिल्ली: संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के एक पुराने बयान को लेकर तंज कसा है. गिरिराज सिंह ने कहा है कि भूकंप के मज़े लेने के लिए तैयार हो जाइए. गिरिराज सिंह ने यह बात राहुल गांधी के उस बयान पर कही है जिसमें उन्होंने कहा था कि मैं बोलूंगा तो भूकंप आ जाएगा.


गिरिराज सिंह ने सुबह ट्वीट करके लिखा है, ‘’भूकंप के मज़े लेने के लिए तैयार हो जाइए.’’ गिराराज सिंह के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लोग अलग-अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.





राहुल ने क्या कहा था?


पिछले साल दिसंबर में शीतकालीन सत्र के दौरान राहुल गांधी ने नोटबंदी को लेकर मोदी सरकार पर हमला बोला था और कहा था, ‘’ 'ये हिन्दुस्तान के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला है. ये सारी की सारी बातें मैं संसद में बोलुंगा तो मोदी जी बैठ नहीं पाएंगे.' जब उनसे पूछा गया कि क्या उनको बोलने से रोका जा रहा है? तो राहुल ने कहा, 'हां, मुझे बोलने से रोका जा रहा है. मैं पिछले एक महीने से बोलना चाहता हूं. सरकार ने चर्चा कराने के लिए कहा था लेकिन अब सरकार अपने वादे से पीछे हट गई. अगर मुझे संसद में बोलने दिया जाता है तो सब देखेंगे कैसा भूकंप आता है.’’


अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा से पहले पीएम मोदी ने किया ट्वीट

अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा और वोटिंग से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा है, ‘’आज हमारे संसदीय लोकतंत्र का एक महत्वपूर्ण दिन है. मुझे उम्मीद है कि मेरे साथी सांसद और सहयोगी इस अवसर पर एक रचनात्मक, व्यापक, रुकावट मुक्त और ठोस बहस करेंगे. हम इसके लिए हमारे संविधान के निर्माताओं को श्रेय देते हैं. आज भारत हमें बारीकी से देखेगा.’’

लोकसभा की मौजूदा स्थिति क्या है?

लोकसभा में कुल सीटों की संख्या 543 है, जिसमें फिलहाल 10 सीटें खाली हैं. सत्ताधारी एनडीए की बात करें तो बीजेपी की 272, एलजेपी की 6 और अन्य की 16 सीटों को मिलाकर आंकड़ा 294 होता है. वहीं विपक्षी यूपीए की बात करें तो कांग्रेस की 48, एनसीपी की 7, आरजेडी की 4 और अन्य की 8 सीटों को मिलाकर आंकड़ा सिर्फ 67 तक पहुंचता है.तमिलनाडु की एआईएडीएमके ने अविश्वास प्रस्ताव में एनडीए का साथ देने का एलान कर दिया है तो उसकी 37 सीटें भी एनडीए में जुड़ जाएंगी, तो एनडीए प्लस का आंकड़ा 331 पर पहुंच जाता है. इसी तरह यूपीए प्लस की बात करें तो कांग्रेस की 48, सहयोगियों की 19 और अन्य की 117 सीटों को मिला दें तो आंकड़ा 184 का हो जाता है. शिवसेना ने कहा है कि हम सदन में मौजूद रहेंगे लेकिन समर्थन पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है.

अविश्वास प्रस्ताव में मोदी सरकार को खतरा क्यों नहीं?

लोकसभा में 543 सीटों में से अभी 10 सीटें खाली हैं जिससे कुल संख्या 533 हो जाती है. 533 सदस्यों की लोकसभा में बहुमत के लिए 268 सीटें चाहिए होंगी. बीजेपी के पास अपने सांसदों की संख्या फिलहाल 272 है जो बहुमत से 4 ज्यादा है. इसमें एनडीए को भी जोड़ लिया जाए तो लोकसभा में कुल संख्या 349 हो जाती है जो बहुमत से 44 सीट ज्यादा है. एआईएडीएमके ने एनडीए का साथ देने का एलान किया है तो ये आंकड़ा 331 का हो जाता यानी बहुमत से 63 ज्यादा. इसका सीधा मतलब ये है कि मोदी सरकार के गिरने का खतरा बिल्कुल भी नहीं है.



यह भी पढ़ें-

अविश्वास प्रस्ताव: 11 बजे शुरू होगी लोकसभा, नहीं होगा प्रश्नकाल और लंच, चर्चा के लिए सात घंटे तय

अविश्वास प्रस्ताव: 'टॉक आउट' के लिए सरकार तैयार, विपक्ष को उसी के दांव से चित करने का ये है प्लान

अविश्वास प्रस्ताव: ना बीजेपी ना कांग्रेस टीडीपी के ये सांसद करेंगे चर्चा की शुरुआत, मांगा ज्यादा समय

अविश्वास प्रस्ताव: बीजेपी को बोलने के लिए 3 घंटे 33 मिनट, कांग्रेस के हिस्से 38 मिनट