लखनऊ: सहारनपुर के गंगोह इलाके के अलीपुरा गांव की रहने वाली मासूम इशू के पिता कोमा में थे. अपने पिता की मदद के लिए मासूम ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई थी. उसकी मदद की यह गुहार रंग लाई और यह खबर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंची और उन्होंने मदद के लिए निर्देश दे दिए हैं. सीएम योगी ने सहारनपुर के डीएम को इशू के पिता की ठीक तरीके से इलाज करवाने और परिवार की मदद के निर्देश दिए. सीएम के आदेशों के बाद फौरी तौर पर पीड़ित को मदद पहुंचाने की कवायद शुरू कर दी गई है .एसडीएम और तहसीलदार देर रात पीड़ित के घर पहुंचे और उन्हें मदद का आश्वासन दिया. सहारनपुर के एक निजी अस्पताल में अरुण का इलाज किया जा रहा है.



गंगोह इलाके के अली पुरा निवासी अरुण साल भर पहले एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे. अरुण के सिर पर गंभीर चोट आई थी, जिसके बाद से ही अरुण कोमा में चले गए थे. अरुण पेशे से एक फोटोग्राफर थे. उनके कोमा में चले जाने के बाद उनकी पत्नी ने कई जगह उनका इलाज करवाया मगर आर्थिक तंगी के चलते उन्हें कई दिक्क्तों का सामना करना पड़ा. परिवार की आर्थिक स्थिती भी लगातार बिगड़ती जा रही थी घर में खाने के भी लाले पड़ गए थे. कोमा में पड़े अरुण की छह साल की मासूम बेटी इशू ने अपने नन्हें हाथों से बड़ा ही दर्द भरा एक पत्र देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा और पिता के इलाज की गुहार लगाई. इशू कक्षा एक की छात्रा हैं.



इशू की कहानी सोशल मीडिया पर भी लगातार वायरल हो रही थी. इशू की यह गुहार शुक्रवार को सीएम ऑफिस तक पहुंची. जिसके बाद खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए जिले के डीएम को पीड़ित परिवार की मदद और अरुण के इलाज की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए. जिसके बाद आला अधिकारी गांव पहुंचे.


पीड़ित अरुण को चार दिन पहले गांव के लोगों ने चन्दा इकट्ठा करके सहारनपुर के एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उनका इलाज किया जा रहा है. शुक्रवार को डीएम सहारनपुर और कमिश्नर सहारनपुर अस्पताल पहुंचे. इसके बाद डॉक्टर को इलाज में होने वाले खर्चे का आश्वासन दिया. डॉक्टर्स इस वक्त अरुण के इलाज में लगे हुए हैं. डॉक्टर्स का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि जल्दी ही अरुण ठीक हो जाएंगे. वहीं अरुण की पत्नी और बेटी का कहना है कि उन्हें मदद तो मिल गई है मगर आगे भी ये मदद मिलती रहेगी या नहीं ये देखना होगा. फिलहाल परिवार के लोग सरकार की इस मदद से संतुष्ट हैं.