लड़कों की तरह लड़कियां भी 'नाइटलाइफ' के लिए घर से निकली बाहर, केरल में ‘गर्ल्स नाइट आउट’ का किया गया आयोजन
Night Out For Girls: अंधेरा होने के बाद लड़कियों को घर से कम ही निकलते हुए देखा जाता है. ऐसे में अब केरल ने उनके लिए नाइटलाइफ को बढ़ावा देने के लिए ‘गर्ल्स नाइट आउट’ की पहल की है.
Girls Night Out: ज्यादातर हमने लड़कों को नाइट आउट और नाइट लाइफ की बातें करते हुए देखा और सुना है. बिना डर से लड़के आसानी से नाइट आउट के लिए निकल पड़ते हैं, लेकिन लड़कियों को काफी कुछ सोचना पड़ता है. ऐसे में केरल में लड़कियों को बिना किसी डर के 'नाइटलाइफ' (Night Life) का आंनद देने के लिए चार दिवसीय ‘गर्ल्स नाइट आउट’ अभियान का आयोजन किया गया.
इस आयोजन में फूड स्टॉल, लाइव म्यूजिक, ज़ुम्बा डांस और मैराथन जैसे कार्यक्रमों को इसमें शामिल किया गया. इसका मकसद अंधेरे के बाद लड़कों की तरह ही लड़कियों को घर से बाहर निकलने और नाइटलाइफ के मजे लेने के लिए प्रोत्साहित करना था. यह अभियान रविवार (9 अक्टूबर) को खत्म हो गया, लेकिन इसमें लड़कियों की अच्छी खासी भागीदारी देखने को मिली.
इस मौके पर विधायक मैथ्यू कुज़लनादन ने फेसबुक पोस्ट पर बताया कि इस आयोजन को जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली है. इस अभियान से पता चलता है कि केरल के लड़कियां एक नाइट लाइफ चाहती हैं, जो बिना किसी डर के उन्हें मिल सके. साथ ही उन्होंने आयोजन में समर्थन और सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद किया.
रात में बिना डरे घरों से बाहर निकलीं महिलाएं
इस आयोजन से पहले शहर में हर कोई खासतौर पर लड़कियां शाम होने के बाद घर पर ही रहती थीं. सड़कों पर अंधेरा रहता था और काम से देर से लौटने वालों के लिए घर के अंदर रहने के अलावा कुछ करने के लिए नहीं होता था. इस आयोजन का मकसद था महिलाओं में बिना डर के घर के बाहर निकलने की सोच को बढ़ावा देना.
माता-पिता ने किया पहल का स्वागत
यह 'गर्ल्स नाइटआउट' एमसी रोड के आधे किलोमीटर के हिस्से आयोजित किया गया था, जोकि तिरुवनंतपुरम से एर्नाकुलम तक कई शहरों को जोड़ता है. कई लड़कियों ने इस आयोजन में भाग लिया बल्कि उनके माता-पिता भी इस पहल से काफी खुश नजर आए. एक मां ने एक टीवी चैनल से कहा कि लड़कियों या महिलाओं को भी अंधेरा होने के बाद बाहर जाने में सक्षम होना चाहिए, चाहे वह दोस्तों के साथ घूमने की बात हो या काम के लिए.
सुरक्षित हो सकता है महिलाओं का नाइट आउट
इस पहल को बढ़ावा देते हुए एक फेसबुक पोस्ट किया गया. इसमें कहा गया कि 'ऐसा मत सोचो नाइटलाइफ़ केवल लड़कों के लिए है. सेंट ऑगस्टाइन स्कूल की ये होशियार लड़कियां जोर-जोर से कहने की तैयारी कर रही हैं कि नाइटलाइफ हमारी भी है. वहीं, स्कूल की छात्राओं ने एक टीवी चैनल से कहा कि वे दिखाना चाहते हैं कि लड़कियों का नाइटआउट भी सुरक्षित हो सकता है.
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