चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने की पीएम मोदी और भारत की तारीफ, कहा- 'सपने से हकीकत की ओर...'
चीनी लेखक ने झांग जियाडोंग ने ग्लोबल टाइम्स में लिखा है कि भारत आर्थिक और सामाजिक विकास के साथ-साथ कूटनीति के क्षेत्र में भी तेजी से आगे बढ़ रहा है.
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Chinese Writer Praise PM Modi: चीनी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने भारत की तारीफ की है. ग्लोबल टाइम्स में फुडन यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर साउथ एशियन के डायरेक्टर झांग जियाडोंग (Zhang Jiadong) ने लिखा है कि भारत ने आर्थिक विकास और सोशल गवर्नेंस में शानदार परिणाम हासिल किए हैं.
उन्होंने कहा, "मैंने हाल ही में दो बार भारत का दौरा किया था. इस दौरान मैंने पाया कि भारत की घरेलू और विदेशी स्थिति काफी बदल गई है. भारत ने इकोनोमिक डेवलपमेंट और सोशल गवर्नेंस में बढ़िया रिजल्ट हासिल किए हैं. भारत की पावर स्ट्रेटेजी सपने से हकीकत की ओर बढ़ गई है. हालांकि, इसके कुछ संभावित जोखिम और संकट भी सामने आए हैं.''
'अर्थव्यवस्था ने तेजी पकड़ी'
झांग ने कहा, "एक तरफ भारत ने आर्थिक विकास और सोशल गवर्नेंस में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं. वहीं, इसकी अर्थव्यवस्था ने भी गति पकड़ ली है और यह सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनने की राह पर है." इस बीच नई दिल्ली ने भी अर्बन गवर्नेंस में प्रगति की है. हालांकि, यहां धुंध अभी भी गंभीर है. विमान से उतरते वक्त पहले जो गंध महसूस होती थी, वह अब गायब हो गई है. इससे पता चलता है कि नई दिल्ली में पर्यावरण भी बेहतर हुआ है.
अपनी निर्यात क्षमता पर जोर दे रहा भारत
फुडन यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर ने आगे लिखा कि भारतीय प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान चीनी विद्वानों के प्रति उनका रवैया कहीं-कहीं अड़ियल होने के बजाय अधिक सहज होता है. उन्होंने बताया कि पहले चीन और भारत के बीच व्यापार असंतुलन पर चर्चा करते समय, भारतीय विद्वान इस व्यापार असंतुलन को कम करने के लिए चीन के उपायों पर ध्यान केंद्रित करते थे, लेकिन अब समय बदल चुका है.अब भारत के विद्नान चीन के उपायों की जगह अपनी निर्यात क्षमता पर अधिक जोर दे रहे हैं.
कूटनीतिक क्षेत्र में भारत की शानदार रणनीति
प्रोफेसर झांग ने बताया कि इसके अलावा तीव्र आर्थिक और सामाजिक विकास के साथ-साथ भारत अब रणनीतिक रूप से अधिक आश्वस्त हो गया है. भारत अब नेरेटिव बनाने और उसे विकसित करने में अधिक सक्रिय हो गया है. कूटनीतिक क्षेत्र में भारत तेजी से एक पावरफुल स्ट्रेटेजी की ओर बढ़ गया है.
उन्होंने कहा, "जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभाली है, उन्होंने अमेरिका, जापान, रूस और अन्य देशों और क्षेत्रीय संगठनों के साथ भारत के संबंधों को बढ़ावा देने के लिए मल्टी अलायनमेंट स्ट्रेटेजी की वकालत की है."
भारत की रणनीतिक सोच आया बदलाव
उन्होंने कहा, "विदेश नीति को लेकर भी भारत की रणनीतिक सोच में एक और बदलाव आया है और वह अब एक ज्यादा ताकतवर रणनीति की ओर बढ़ रहा है. रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत ने खुद को पश्चिम से दूर कर लिया और खुद को विकासशील देशों के साथ अधिक जोड़ लिया."
'विश्व गुरू बनना चाहता है भारत'
झांग ने अपने लेख में कहा कि राजनीतिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में भारत पश्चिम के साथ अपनी लोकतांत्रिक सहमति पर जोर देने से आगे बढ़ चुका. भारत अब राजनीतिक और सांस्कृतिक रूप से विश्व गुरू बनना चाहता है. भारत अब अपनी सांस्कृतिक परंपरा को न केवल अपने हितों को प्राप्त करने और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के प्रतीक के रूप में देखता है, बल्कि अब वह इसे एक महान शक्ति के रूप में भी देखता है. उन्होंने कहा कि भारत सदैव अपने आप को विश्व शक्ति मानता आया है.
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