साल 2020 में जहां ग्लोबल वेल्थ में जहां 7.4 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. वहीं भारत में इस दौरान टोटल वेल्थ में 4.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक विकासशील और अविकसित देशों में प्रति व्यक्ति संपती का औसत तेजी से घट रहा है. डॉलर के मुकाबले रुपये में आई गिरावट का असर भारत के अमीरों की सम्पत्ति पर भी दिखा है. साल 2019 में जहां भारत में करोड़पतियों की संख्या 7.64 लाख थी वहीं 2020 में ये घटकर 6.98 लाख हो गई है. 


क्रेडिट सुइस की ग्लोबल वेल्थ रिपोर्ट के मुताबिक भारत में हर भारतीय परिवार की घरेलू संपत्ति में 4.4 फीसदी यानी लगभग 440 खरब रुपये (594 बिलियन डॉलर) की गिरावट दर्ज की गई है. वहीं प्रति व्यक्ति संपती का औसत 6.1 प्रतिशत कम हो गया है. 


देश में दस लाख से ऊपर रही प्रति व्यक्ति सम्पत्ति 


साल 2020 में देश में प्रति व्यक्ति संपती का औसत 10 लाख 57 हजार 177 रुपये रहा. क्रेडिट सुइस की इस रिपोर्ट के अनुसार साल 2000 से 2020 तक भारत में प्रति व्यक्ति संपती सालाना 8.8% की औसत दर से बढ़ी है. जबकि इस दौरान इसका ग्लोबल एवरेज 4.8% रहा है. 


2020 के दौरान दुनिया की कुल संपत्ति 7.4 प्रतिशत बढ़ी है, जबकि प्रति व्यक्ति संपत्ति में 6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार  2020 में उत्तरी अमेरिका और यूरोपीय देशों की संपत्ति सबसे ज्यादा बढ़ी है. 


भारत समेत दुनिया भर के अमीरों की सम्पत्ति बढ़ी 


कोरोना महामारी के बावजूद इस दौरान अमीरों की संपत्ति पर कोई असर नहीं पड़ा है. भारत समेत अमेरिका,चीन और ब्राजील के सबसे अमीर लोगों की संपत्ति में इस दौरान इजाफा देखने को मिला है. देश में 4,320 अल्ट्रा हाई नेटवर्थ वाले यानी अमीरों में अमीर लोग हैं. इनमें से प्रत्येक की नेटवर्थ 3 अरब 70 करोड़ रुपये से ज्यादा है. 


वहीं इस दौरान दुनिया भर के अमीरों की संपत्ति में में भी 28.7 लाख करोड़ डॉलर की बढ़ोत्तरी देखने को मिली है और ये 418.3 लाख करोड़ डॉलर रही. वहीं क्रेडिट सुइस की रिपोर्ट के अनुसार साल 2020 में पूरी दुनिया में मिलिनियर्स की संख्या 5.61 करोड़ हो गई है. दुनिया में अल्ट्रा हाई नेटवर्थ वाले लोगों में 24 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है. 


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