Go First Flight: गो फर्स्ट के विमान में खराबी आई है. दिल्ली से गुवाहाटी जा रहे विमान की विंडशील्ड में बीच रास्ते में दरार आ गई. इसके बाद विमान को जयपुर डायवर्ट कर दिया गया. डीजीसीए के अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है. अधिकारियों के मुताबिक, गो फर्स्ट की फ्लाइट G8-151 का विंडशील्ड टूटा है.


फ्लाइट दिल्ली से दोपहर 12:40 बजे रवाना हुई थी, लेकिन कुछ देर बाद ही पायलटों को खराबी के बारे में पता चला. विंडशील्ड क्रैक होने के बाद फ्लाइट को वापस दिल्ली ले जाया गया लेकिन दिल्ली में खराब मौसम के चलते लैंड नहीं हो सकी. विमान को दोपहर 2:55 बजे गुवाहाटी उतरना था. अब जयपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतारा गया है.


कल भी आई थी खराबी


इससे पहले मंगलवार को गो फर्स्ट की मुंबई-लेह और श्रीनगर-दिल्ली उड़ान के इंजन में खराबी आने के कारण दोनों विमानों को उड़ान भरने से रोक दिया गया था. अधिकारियों ने बताया कि डीजीसीए दोनों घटनाओं की जांच कर रहा है और नियामक से मंजूरी मिलने के बाद ही ‘प्रैट एंड व्हिट्नी इंजन’ वाले ये ए320नियो विमान उड़ान भर सकेंगे.


अधिकारियों के मुताबिक, इंजन संख्या दो में खराबी की सूचना के बाद गो फर्स्ट की मुंबई-लेह उड़ान को बीच रास्ते से दिल्ली की तरफ मोड़ दिया गया. उन्होंने बताया कि कंपनी की श्रीनगर-दिल्ली उड़ान के इंजन संख्या दो में भी बीच हवा में खराबी का पता चला, जिसके बाद उसे श्रीनगर लौटने का निर्देश दिया गया.


बीते एक महीने में भारतीय विमानन कंपनियों की उड़ानों में तकनीकी खराबी के कई मामले सामने आए हैं. पिछले कुछ दिनों में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सुरक्षित हवाई यात्रा सुनिश्चित करने के मुद्दे पर विमानन कंपनियों, अपने मंत्रालय के अधिकारियों और डीजीसीए अधिकारियों के साथ कई बैठकें की हैं.


इससे पहले, 17 जुलाई को इंडिगो की शारजाह-हैदराबाद उड़ान को उस समय ऐहतयाती तौर पर कराची की तरफ मोड़ दिया गया था, जब पायलट को विमान के एक इंजन में खराबी का पता चला था. वहीं, 16 जुलाई की रात को उड़ान के दौरान केबिन में कुछ जलने की गंध आने के बाद एयर इंडिया एक्सप्रेस की कालीकट-दुबई उड़ान को मस्कट की तरफ मोड़ दिया गया था. 15 जुलाई को एयर इंडिया एक्सप्रेस की बहरीन-कोच्चि उड़ान के कॉकपिट में एक जिंदा पक्षी मिला था.


उधर, स्पाइसजेट इस समय जांच के घेरे में है. 19 जून से छह जुलाई के बीच कंपनी के विमानों में तकनीकी खराबी की कम से कम आठ घटनाएं सामने के बाद डीजीसीए ने स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. डीजीसीए फिलहाल इन सभी घटनाओं की जांच कर रहा है.