Go First Airlines: गो फर्स्ट एयरलाइंस ने 25 जुलाई तक फ्लाइट्स की कैंसिल, बताया ये कारण
गो फर्स्ट ने दिवालियापन के लिए याचिका दायर करते हुए तीन मई से अपनी फ्लाइट्स बंद कर दी थीं. हालांकि, डीजीसीए ने शुक्रवार को कंपनी को फिर से विमान परिचालन शुरू करने की परमिशन दे दी थी.
Go First Airlines Flight Cancelled: गो फर्स्ट एयरलाइंस ने 25 जुलाई तक अपनी उड़ानें रद्द करने की घोषणा की है. गो फर्स्ट (Go First Airlines) ने रविवार (23 जुलाई) को ट्वीट कर कहा कि हमें यह बताते हुए दुख हो रहा है कि परिचालन कारणों (Operational Reasons) से 25 जुलाई 2023 तक निर्धारित गो फर्स्ट उड़ानें रद्द कर दी गई हैं. उड़ान रद्द होने के कारण हुई असुविधा के लिए हम माफी चाहते हैं.
एयरलाइंस ने ट्वीट में आगे कहा कि कंपनी ने तत्काल समाधान और परिचालन को शुरू करने के लिए एक आवेदन दायर किया है. हम जल्द ही बुकिंग फिर से शुरू कर सकेंगे. हम आपके धैर्य के लिए धन्यवाद करते हैं. गो फर्स्ट के खिलाफ दिवाला समाधान प्रक्रिया चल रही है. कंपनी ने तीन मई से अपनी विमान सेवाएं बंद कर दी थीं.
गो फर्स्ट ने दी थी दिवालियापन की याचिका
कंपनी पिछले कुछ समय से इंजन संबंधी दिक्कतों से जूझ रही थी, जिसके कारण बड़ी संख्या में उसके विमानों को खड़ा करना पड़ा था. इसके बाद गो फर्स्ट ने नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) के समक्ष स्वैच्छिक दिवालियापन के लिए याचिका दायर की थी. जिसमें उन्होंने अमेरिका स्थित इंजन निर्माता प्रैट एंड व्हिटनी की ओर से दायित्वों को पूरा करने में असमर्थता के कारण देरी का आरोप लगाया गया था.
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल ने फिर एक अंतरिम रिजाल्यूशन प्रोफेशनल (आईआरपी) नियुक्त किया था. फिर 9 जून को शैलेन्द्र अजमेरा को गो फर्स्ट के लिए रिजाल्यूशन प्रोफेशनल (आरपी) के रूप में नियुक्त किया, जिसे बाद में एनसीएलटी ने मंजूरी दे दी.
कंपनी में हैं 4,200 कर्मचारी
गो फर्स्ट एयरलाइन में लगभग 4,200 कर्मचारी हैं और इसने वित्तीय वर्ष 2021-22 में परिचालन से कुल राजस्व 4,183 करोड़ रुपये बताया था. एयरलाइन के समाधान पेशेवर (आरपी) ने सेवाएं फिर बहाल करने की योजना 28 जून को डीजीसीए को सौंपी थी.
उसके बाद डीजीसीए ने कंपनी की मुंबई और दिल्ली में उड़ानों से संबंधित विभिन्न सुविधाओं का विशेष ऑडिट किया था. विमानन नियामक डीजीसीए ने शुक्रवार को कुछ शर्तों के साथ गो फर्स्ट एयरलाइन को विमान परिचालन फिर शुरू करने की अनुमति दे दी थी.
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