बेंगलुरू से पटना जाने वाली गो एयर जिसे अब गो फर्स्ट के नाम से जाना जाता है, की फ्लाइट करीब आठ घंटे की देरी से उड़ान भरी. इतनी देरी की वजह से यात्रियों को भारी परेशानी हुई. उन्होंने आरोप लगाया कि इस दौरान पैंसेजर्स की परेशानी को दूर करने कोई नहीं आया. यात्रियों ने गो एयर पर संवेदनहीनता के साथ पेश आने का आरोप लगाया.
कुमार गौरव प्राइवेट नौकरी करते हैं. उन्हें बेंगलुरू से पटना जाना था. एबीपी न्यूज़ को उन्होंने बताया कि बेंगलुरू के केंपेगोडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गो एयर की फ्लाइट GoAir G8 873 को शनिवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे उड़ान भरनी थी. लेकिन हर एक घंटे बाद इसकी टाइमिंग को बढ़ाया जाने लगा. आखिरकार शाम करीब साढ़े सात बजे फ्लाइट ने उड़ान भरी.
गौरव बताते हैं कि इस फ्लाइट में करीब 100 यात्री सफर करने वाले थे. टेक ऑफ की टाइमिंग को बढ़ाया जाने लगा. कई बार गेट भी चेंज किया गया. गो एयर की तरफ से ये दलील दी गई कि पैसेंजर्स की कमी थी इसलिए फ्लाइट को पुणे भेज दिया गया और पुणे से वापस आने पर लोगों को पटना ले जाया जाएगा.
गौरव के मुताबिक, वहां मौजूद यात्रियों ने ड्यूटी मैनेजर संजीव कुमार सिंह से कहा कि वे अपने सीनियर को बुलाएं ताकि लोगों की परेशानी की कोई सुध ले सके लेकिन कहीं कोई सुनवाई नहीं हुई. उन्होंने बताया कि वहां मौजूद महिला यात्रियों ने कहा कि फ्लाइट इतनी देर हो चुकी है, पटना पहुंचते-पहुंचते बहुत रात हो जाएगी ऐसे में ठहरने का इंतजाम किया जाए लेकिन इस पर भी मैनेजमेंट ने कोई सुनावई नहीं की. यात्रियों ने गो एयर पर असंवेदनशील रवैया दिखाने का आरोप लगाया.
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