Goa Election 2022: गोवा में चुनावों से ठीक पहले बीजेपी के मंत्री माइकल लोबो ने अनदेखी किए जाने का आरोप लगाते हुए इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत को इस्तीफा सौंपने के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि उनके निर्वाचन क्षेत्र के लोग उनके इस फैसले का सम्मान करेंगे.
उन्होंने आगे कहा कि मैंने अपने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. मैं अपने विधायक पद से भी इस्तीफा दूंगा. उन्होंने कहा कि मैं अन्य राजनीतिक पार्टियों से बातचीत कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि वह बीजेपी में अपनी और पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी किए जाने से परेशान थे. अब उन्हें पार्टी में दिवंगत नेता और गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री की विरासत को कोई आगे ले जाना वाला नहीं दिखता है.
बीजेपी के दो विधायक पहले ही दे चुके हैंं इस्तीफा
उल्लेखनीय है कि माइकल लोबो से पहले हाल ही में बीजेपी के दो विधायकों कार्लोज अल्मेडिया और एलिना सालदना ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. गौरतलब है कि शनिवार को गोवा विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. राज्य में एक चरण में 14 फरवरी को मतदान होगा और 10 मार्च को नतीजे घोषित किए जाएंगे. गोवा में कुल 40 विधानसभा सीट हैं. फिलहाल गोवा में बीजेपी की सरकार है. उसके पास अपने 25 विधायक हैं और एक निर्दलीय विधायक का समर्थन प्राप्त है.
हिंदु बहुल राज्य है गोवा
वहीं साल 2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक, गोवा एक हिंदू बहुल राज्य है. राज्य में करीब 66.08 प्रतिशत हिंदू (963,877 लाख) हैं. गोवा के दोनों जिलों (नॉर्थ गोवा और साउथ गोवा) में हिंदू बहुल आबादी है. राज्य में करीब 25.10 प्रतिशत ईसाई (3.66 लाख) जनसंख्या है. ऐसे में गोवा में हिंदुओं के बाद सत्ता में सबसे ज्यादा दबदबा ईसाइयों का है.
गोवा ऐसा राज्य है, जहां महज 0.04 प्रतिशत अनुसूचित जनजाति रहती है. यहां 0.10 प्रतिशत सिख और 0.08 प्रतिशत बौद्ध और जैन समुदाय के लोग रहते हैं. अन्य धर्मों को मानने वाले लोग सिर्फ 0.02 प्रतिशत हैं. प्रवासी या गैर-गोवा भारतीय मूल के निवासियों की आबादी 50% से अधिक है, जो मूल गोवा की आबादी से अधिक है.