गोवा के BJP MLA फ्रांसिस डिसूजा का पार्टी पर हमला, कहा-खिलाफ बोला तो पड़ेंगे छापे
पूर्व उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पहले जब मैंने पार्टी के खिलाफ बोला था तब राज्य की पारसेकर सरकार में मेरे ठिकानों पर आईटी विभाग ने छापेमारी की थी.
गोवा: भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के गोवा इकाई के विधायक और पूर्व उप-मुख्यमंत्री फ्रांसिस डिसूजा ने कहा है कि अगर वह पार्टी के खिलाफ बोलते हैं तो उनके ठिकानों पर जांच एजेंसिए केंद्रीय अनवेष्ण ब्यूरो (सीबीआई), आयकर विभाग (आईटी) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापे पड़ सकते हैं. मीडिया से बता करते हुए उन्होंने कहा, 'अगर मैं पार्टी के खिलाफ बोलता हूं तो मेरे ऊपर आईटी, सीबीआई और ईडी जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियां छापा मार सकती है. मुझे राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत गिरफ्तार भी किया जा सकता है.'
इस दौरान डिसूजा ने गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर पर भी हमला बोला. पूर्व उप-मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे पहले जब मैंने पार्टी के खिलाफ बोला था तब राज्य की पारसेकर सरकार में मेरे ठिकानों पर आईटी विभाग ने छापेमारी की थी. आए दिन केंद्रीय जांच एजेंसियों पर इस तरह के आरोप लगते रहे हैं कि वह सरकार के इशारों पर काम करती है और जो भी नेता सरकार पर हमलावर होते हैं उनके खिलाफ ये एजेंसियां छापेमारी करती है.
बता दें कि अपने इलाज के लिए डिसूजा अमेरिका गए हुए थे. खराब सेहत का हवाला देते हुए उन्हें मंत्री पद से मुक्त कर दिया गया था. राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर भी पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे हैं. इससे पहले वह अमेरिका से कैंसर का इलाज करवाकर लौटे हैं. हाल ही अपने चेकअप के लिए वह दिल्ली आए हुए थे. उनके स्वास्थ्य की हालात को देखते हुए घर के अंदर ही जांच के लिए सभी उपकरण लगा दिए गए हैं.
40 सदस्यों वाली विधान सभा में बीजेपी और कांग्रेस के पास 14-14 विधायक हैं. जबकि दो सीट अभी भी रिक्त पड़े हुए हैं. आखिरी नतीजे में कांग्रेस 17 सीटें जीतकर राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बनी थी. हालांकि बाद में तीन विधायकों ने पार्टी छोड़ दी थी.
पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस के पास 14 विधायक रह गए जबकि खाली सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी की टिकट पर एक और विधायक चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे. जिसके बाद दोनों दलों के पास 14-14 विधायक हो गए हैं.
अंतिम चुनावी नतीजों के अनुसार सभी पार्टियों का गणित इस प्रकार था. बीजेपी के पास 13, कांग्रेस के पास 17, गोमंतक पार्टी के पास 3, यूनाइटेड गोन्स डेमोक्रेटिक पार्टी के पास 3 जबकि तीन निर्दलिए विधायकों ने भी जीत दर्ज की थी. हालांकि 13 सीट जीतने के बाद भी बीजेपी ने कई अन्य दलों के साथ मिलकर सरकार बनाने में कामयाब हो गई थी.