Goa Congress Crisis: गोवा में राजनीतिक उथल-पुथल के बीच टूट की कगार पर कांग्रेस, तो क्या दोहराया जाएगा इतिहास?
Goa Congress Crisis: महाराष्ट्र के बाद अब गोवा में बड़ी राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है. कांग्रेस के 11 में से 9 विधायक बीजेपी में जा सकते हैं. कांग्रेस में ये बड़ी टूट भारी पड़ सकती है.
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Goa Congress Crisis: पिछले दिनों महाराष्ट्र (Maharashtra)में आए सियासी भूचाल के बाद महाविकास अघाड़ी (MVA)की सरकार गिर गई और शिवसेना (Shiv SEna)के बागी गुट और भाजपा की सरकार बन गई है. शिवसेना में बड़ी बगावत के बाद एकनाथ शिंदे भाजपा नीत सरकार के मुख्यमंत्री बने हैं. महाराष्ट्र के बाद अब गोवा (Goa Politics)में राजनीतिक हलचल तेज है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस (Congress) के 11 में से 9 विधायक भाजपा (BJP)में जा सकते हैं. ऐसा हुआ तो गोवा में कांग्रेस टूट जाएगी और उसके लिए अस्तित्व बचाने का बड़ा संकट खड़ा हो जाएगा. सवाल ये है कि क्या गोवा में साल 2019 का इतिहास दोहराया जाएगा?
होटल में चल रही कांग्रेस विधायक की बैठक
कांग्रेस विधायक एलेक्सो सिक्वेरा ने कहा- मुझे आलाकमान ने नहीं बुलाया था, सिर्फ शिष्टाचार मुलाकात के लिए यहां बुलाया था. 7विधायकों के बीजेपी में जाने को लेकर अफवाहों का दौर खत्म हो गया है, क्या किया जाए. मैं खुद की पुष्टि कर सकता हूं, किसी और के लिए नहीं कह सकता.
गोवा कांग्रेस नेता माइकल लोबो ने अफवाहों पर कि कांग्रेस के कुछ नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं कहा कि-ये सब अफवाहें हैं. ऐसा कुछ नहीं है. विधानसभा (सत्र) शुरू हो रहा है और किसी न किसी को अफवाह फैलानी है. मुझे नहीं बताया गया है, अगर मुझे बताया गया तो मैं आपको पहले बता दूंगा.
एआईसीसी गोवा प्रभारी, दिनेश गुंडू राव ने कहा-कल हमने गोवा में सीएलपी की बैठक की थी. कांग्रेस पार्टी के सभी विधायक बरकरार हैं लेकिन बीजेपी हमारे विधायकों को हथियाने और डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है. लेकिन सभी विधायक बरकरार हैं.
नहीं मानेंगे विधायक, दलबदल भी नहीं चलेगा
कांग्रेस नेता दिनेश गुंडू राव पार्टी से नाराज विधायकों को मनाने और दलबदल को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन विधायक किसी भी मान-मनौव्वल से अपना फैसला बदलने वाले नहीं हैं, रही बात दलबदल की तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं की जा सकती. क्योंकि कुल विधायकों की संख्या से पार्टी छोड़ने वाले विधायकों की संख्या ज्यादा है. कांग्रेस से जो विधायक टूट सकते हैं उनमें दिगंबर कामत, माइकल लोबो, यूरी अलेमाओ संकल्प अमोनकर, डिलाईला लोबो, एलेक्स सिक्केरो, केदार नायक और राजेश फलदेसाई का नाम सामने आया है. अगर ऐसा होता है तो पार्टी टूट जाएगी और गोवा मं कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका लगेगा.
दोहराया जाएगा 2019 का इतिहास?
इससे पहले 2019 में भी कांग्रेस को झटका देते हुए कई विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे. जिसके बाद फिर एक बार उस इतिहास को दोहराने की तैयारी चल रही है. यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हुए हैं. साल 2019 में तत्कालीन विपक्ष के नेता चंद्रकांत 'बाबू' कावलेकर कांग्रेस के नौ विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुए थे.
दरअसल 2022 के चुनावों से पहले, कांग्रेस ने अपने विधायकों को चर्च और मंदिर दोनों के सामने शपथ दिलाई थी कि वे पार्टी को नहीं छोड़ेंगे और चुने जाने के बाद भाजपा में नहीं जाएंगे. हालांकि, वह फरवरी 2022 में विधानसभा चुनाव हार गए. कावलेकर के सत्तारूढ़ दल में शामिल होने से समाज के एक वर्ग से आक्रोश और आलोचना हुई थी.
2024 की चल रही है तैयारी
कांग्रेस के एक विधायक ने कहा कि'हम कभी भी भाजपा में शामिल हो सकते हैं. हम भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के बुलाने का इंतजार कर रहे हैं. किसी विशेष पद या कैबिनेट में जगह के लिए हमसे कोई वादा नहीं किया गया है.'
गोवा के 40 सदस्यीय सदन में, कांग्रेस के पास 11 विधायक हैं, जबकि भाजपा के 20 और एमजीपी के 2 सदस्य और तीन निर्दलीय सदस्य हैं. जानकारी के मुताबिक भाजपा की राज्य इकाई कांग्रेस के विधायकों को अपनी पार्टी में शामिल करने को लेकर ज्यादा इच्छुक तो नहीं है. लेकिन आगामी 2024 के लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि कांग्रेस के विधायकों को भाजपा में जगह मिल जाएगी. गोवा में भाजपा 2019 में दक्षिण गोवा सीट कांग्रेस से हार गई थी और अब रणनीति के तहत भाजपा किसी तरह की चूक नहीं चाहती.
कांग्रेस ने कहा-ये सब अफवाह है
दरअसल सोमवार से शुरू होने वाले गोवा विधानसभा सत्र को लेकर रणनीति बनाने के लिए प्रभारी दिनेश गुंडुराव ने शनिवार को विधायक दल की बैठक बुलाई थी, जिसमें पार्टी के सभी 11 विधायक शामिल हुए थे. राव ने कहा कि गोवा हमेशा अटकलों से भरा रहता है और हमें विपक्ष के रूप में प्रभावी ढंग से काम करना है. ये अफवाहें विधानसभा के नतीजे आने के बाद से हैं. वहीं लोबो ने कहा कि कांग्रेस विधायक एकजुट हैं.
सूत्रों ने बताया कि राव गोवा में उन विधायकों को मनाने पहुंचे, जिन्होंने भाजपा में शामिल होने का मन बना लिया है. ये कांग्रेस विधायक. जो भाजपा में शामिल होने के इच्छुक हैं, उन्होंने तीन कैबिनेट में और अन्य महत्वपूर्ण पदों की मांग की है.
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