Goa Election 2022: गोवा की चुनावी राजनीति में पणजी विधानसभा सीट (Panaji Seat) का अपना एक अलग महत्व रहा है. बीजेपी के कद्दावर नेता मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) पणजी से 1994, 1999, 2002, 2007, 2012 के चुनाव में लगातार जीते और जब 2015 में मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री बने तो पणजी सीट को मनोहर पर्रिकर के राजनीतिक शिष्य सिद्धार्थ कुकलकर ने 2015 के बाई-पोल और 2017 के चुनाव में जीता. राजनीतिक परिस्थियों के मद्देनजर मनोहर पर्रिकर रक्षा मंत्री के पद को छोड़ कर फिर से गोवा के मुख्यमंत्री बने थे.


पणजी, पर्रिकर और आज की राजनीति


मनोहर पर्रिकर (Manohar Parrikar) के लिए सिद्धार्थ कुकलकर ने पणजी सीट छोड़ी थी और उपचुनाव में मनोहर पर्रिकर फिर विजयी रहे लेकिन 2019 में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद के उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी अतानसियो मोन्सेरात उर्फ बाबूश मोन्सेरात (Atanasio alias Babush Moserrate) विजयी रहे. और बाद में बाबूश मोन्सेरात बीजेपी में शामिल को गए. बाबूश मोन्सेरात  के खिलाफ अभी एक नाबालिग के साथ बलात्कार का मुकदमा और 2008 में पणजी थाने पर हमला करने का मुकदमा चल रहा है लेकिन बाबूश के खिलाफ चल रहे मुकदमों को नजरअंदाज करते हुए बीजेपी (BJP) ने इस बार भी बाबूश को टिकट दिया है.


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पणजी सीट से निर्दलीय लड़ेंगे उत्पल पर्रिकर


मनोहर पर्रिकर के बड़े बेटे उत्पल पर्रिकर (Utpal Parrikar) इस बार अपने पिता के पारंपरिक सीट पणजी से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन टिकट नकारे जाने की वजह से नाराज उत्पल पर्रिकर ने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देकर इनडिपेंडेंट कैडिडेट के तौर पर पणजी से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को पणजी सीट से शिवसेना के उम्मीदवार के तौर पर पूर्व आरएसएस नेता सुभाष वेलिंगकर के बेटे शैलेंद्र सुभाष वेलिंगकर के नाम की घोषणा की लेकिन साथ ही कहा कि अगर उत्पल पर्रिकर निर्दलीय उम्मीदवार (Independent Candidate) के तौर पर पणजी से चुनाव लड़ते हैं तो शिवसेना अपना उम्मीदवार वापस ले लेगी और उत्पल को सपोर्ट करेगी.


शिवेसेना उत्पल पर्रिकर का करेगी सपोर्ट!


शिवसेना के गोवा प्रदेश अध्यक्ष जीतेश कामत का कहना है कि शिवसेना अपने वादे पर कायम है और उत्पल के नॉमिनेशन फाइल करने पर अपने उम्मीदवार को वापस ले लेगी. हालांकि उत्पल पर्रिकर के निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पणजी से चुनाव लड़ने के फैसले पर तंज कसते हुए पणजी से बीजेपी उम्मीदवार बाबूश मोन्सेरात ने कहा कि अगर आज मनोहर पर्रिकर जीवित होते तो इस बात से काफी दुखी होते कि उनका बेटा बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ लड़ रहा है.


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