Goa Elections 2022: इस बार गोवा विधानसभा चुनावों में अपनी किस्मत आजमा रही आम आदमी पार्टी (AAP) ने दल-बदल को रोकने के मकसद से एक अनोखा कदम उठाया है. आप ने कहा कि पार्टी के उम्मीदवारों को एक कानूनी हलफनामे पर हस्ताक्षर करने होंगे कि वे अन्य दल में शामिल होने के लिए पार्टी नहीं छोड़ेंगे.
गोवा नेताओं के दूसरे दलों में शामिल होने को लेकर 'कुख्यात'- AAP
आप के एक नेता ने कहा कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) नीत पार्टी ने चुनाव बाद दल-बदल को रोकने के मकसद से यह फैसला किया है, क्योंकि पार्टी को लगता है कि गोवा नेताओं के दूसरे दलों में शामिल होने को लेकर 'कुख्यात' रहा है. आप ने गोवा के आगामी विधानसभा चुनाव में सभी 40 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है.
एक कानूनी हलफनामे पर हस्ताक्षर करेंगे उम्मीदवार
आप नेता अमित पालेकर ने कहा, 'छोटा सा राज्य होने के बावजूद गोवा राजनीतिक दल-बदल के लिए कुख्यात है. इस समस्या को हल करने के मद्देनजर आप उम्मीदवार एक कानूनी हलफनामे पर हस्ताक्षर करेंगे, जिसमें उन्हें पार्टी बदलकर किसी अन्य दल में शामिल नहीं होने का वादा करना होगा.' उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस कोई गारंटी दे सकती है कि उसके उम्मीदवार पाला नहीं बदलेंगे.
2019 में 10 कांग्रेसी विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे
पालेकर ने कहा, 'राज्य में कोई एक भी ऐसा दल नहीं है, जोकि यह आश्वस्त कर सके कि उसके उम्मीदवार बीजेपी में शामिल नहीं होंगे. साल 2019 में कम से कम 10 कांग्रेसी विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे.' उन्होंने कहा कि उम्मीदवार द्वारा हस्ताक्षरित हलफनामे को मतदाताओं के बीच वितरित किया जाएगा. आप नेता ने कहा कि अगर उम्मीदवार इससे मुकरता है तो मतदाता उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं.