शादी से पहले कपल्स की काउंसलिंग कराएगी गोवा सरकार, जानिए क्या है वजह
गोवा में तलाक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं, ऐसे में राज्य सरकार ने शादी से पहले दंपत्तियों की कॉउंसलिंग कराने का फैसला किया है. गोवा के कानून मंत्री नीलेश काब्रल ने इस बारे में जानकारी दी है.
गोवा में तलाक के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. राज्य में सिर्फ 2 से 3 महीने में ही लोगों की शादियां टूट रही है. तलाक के मामलों को कम करने के लिए राज्य सरकार ने शादी से पहले कपल्स की कॉउंसलिंग कराने का फैसला किया है. गोवा के कानून मंत्री नीलेश काब्रल ने इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रजिस्ट्रेशन और शादी से पहले 15 दिनों के अंदर दंपति को कॉउंसलिंग के लिए संपर्क किया जाएगा.
एक इंटरव्यू में बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, "विवाह टूटना चिंता का विषय है. दो-चार महीने, एक साल या तीन साल में कई शादियां टूट हो रही हैं. हमारा विभाग इसको लेकर काफी परेशान है." हालांकि, उन्होंने शादी टूटने की कुल संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. उन्होंने आगे कहा, "गोवा के चर्च में पहले से ही शादी को लेकर काउंसलिंग की जी रही है. लेकिन अब इसे दूसरे धर्म के लोगों तक भी पहुंचाया जाएगा. हमें उन्हें बताना चाहिए कि एक-दूसरे के प्रति उनका कर्तव्य क्या है, उनके बच्चों के प्रति उनके कर्तव्य और जिम्मेदारियां क्या हैं, उनके ससुराल वालों के प्रति उनके कर्तव्य क्या हैं. हम एक पहल की शुरुआत कर रहे हैं, जिसके तहत काउंसलिग के बाद ही उन्हें मैरेज सर्टिफिकेट दिया जाएगा."
साल 2011 में गोवा में थे तलाक के सबसे कम मामले
तलाक के मामलों के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया, 'हमारे पास हर महीने तलाक के मामलों की सटीक संख्या नहीं है. पहले इतने मामले नहीं थे. संख्या अब बढ़ गई है. आज से 10 साल पहले हालात ऐसे नहीं थे. लेकिन हमें इसे रोकने की कोशिश करेंगे.' गौरतलब है कि साल 2011 में तलाक के सबसे कम मामले गोवा में थे.
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