Goa Murder Case: बेंगलुरु स्थित एआई स्टार्टअप कंपनी माइंडफुल एआई लैब (Mindful AI Lab) की सीईओ सूचना सेठ को अपने बेटे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है. सूचना पर गोवा के एक होटल में अपने बेटे की गला घोंटकर हत्या करने का आरोप है. सूचना सेठ का बुधवार (10 जनवरी) को साइकोलॉजिकल टेस्ट भी कराया गया था.


पुल‍िस जांच पड़ताल में खुलासा हुआ है क‍ि कथ‍ित आरोपी सूचना ने बेटे को मारने से पहले अपने तलाकशुदा पत‍ि वेंकटरमन पीआर को एक मैसेज भी भेजा था. इस मैसेज में रविवार (7 जनवरी) को बेंगलुरु में अपने बेटे से मुलाकात करने की बात कही थी. वैवाह‍िक र‍िश्‍तों में खटास के चलते अदालत के फैसले के बाद दोनों अलग हो गए थे. 


इंड‍ियन एक्‍सप्रेस की र‍िपोर्ट के मुताब‍िक, आरोपी सूचना सेठ की गोवा के होटल में 6 जनवरी से 10 जनवरी तक की बुक‍िंग थी, लेक‍िन शायद वह नहीं चाहती थी कि उसका पूर्व पत‍ि उसके बेटे से गोवा के होटल में म‍िले. कोर्ट के एक आदेश के बाद से 4 साल के बच्‍चे की कस्‍टडी मां (सूचना सेठ) को दे दी गई थी और वेंकटरमन को भी बच्‍चे से म‍िलने की अनुमत‍ि दी गई थी. 


बच्चे से बेंगलुरु में म‍िलने लिए पूर्व पत‍ि को भेजा मैसेज 
इससे पहले सूचना ने वेंकटरमन को 7 जनवरी को बच्चे से बेंगलुरु में म‍िलने के ल‍िए मैसेज क‍िया था. उस वक्‍त वेंकट बेंगलुरु में ही थे. वेंकटरमन ने सूचना के मैसेज का र‍िप्‍लाई भी क‍िया और तय जगह पर पहुंच भी गए थे, लेकिन सूचना वहां नहीं आई.


जकार्ता चले गए थे वेंकटरमन 
र‍िपोर्ट में दावा क‍िया गया है क‍ि वेंकटरमन ने उस जगह पर 2 घंटे तक इंतजार क‍िया. इस दौरान उन्होंने सूचना को फोन और मैसेज क‍िए, ले‍क‍िन कोई जवाब नहीं म‍िला. इसके बाद वह अपने काम के स‍िलस‍िले में जकार्ता (इंडोनेश‍िया) चले गए. 


10 प्‍वाइंट के जर‍िए समझे पूरा मामला 



  1. सूचना सेठ गोवा के ज‍िस होटल में बेटे के साथ ठहरी थीं, उस होटल के मैनेजर ने ही गोवा पुल‍िस से श‍िकायत की. मैनेजर की श‍िकायत के आधार पर पुल‍िस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की.   

  2. मासूम की हत्‍या करने का जुर्म सूचना सेठ ने स्‍वीकार नहीं क‍िया है. उसने पुलिस को इस बात की जानकारी दी क‍ि उसकी मौत 7 जनवरी को हो गई थी. इसी द‍िन दोनों ने गोवा के होटल में चेक इन किया था. 

  3. सूचना सेठ की गोवा होटल की बुक‍िंग 6 से 10 जनवरी तक की थी. लेक‍िन उसने होटल मैनेजमेंट को बेंगलुरु में कुछ जरूरी काम न‍िकल आने की वजह बताकर 7 जनवरी की शाम को कैब बुलाने का आग्रह क‍िया. इसके बाद वह सूटकेस लेकर अकेले ही होटल से निकल गई. 

  4. कैब ड्राइवर का दावा है क‍ि गोवा-कर्नाटक बॉर्डर के पास चोरला घाट पर उनकी टैक्‍सी भीषण ट्रैफिक जाम में फंस गई थी. इस पर ड्राइवर ने सूचना को एयरपोर्ट पर छोड़ने को कहा था, क्योंकि वह जल्‍द से जल्‍द बेंगलुरु पहुंचना चाहती थीं.  

  5. सूचना ने कैब ड्राइवर को बोला था क‍ि सड़क रूट से उनको ज‍ितना भी वक्‍त लगे, वह उसी से ही बेंगलुरु जाएंगी. इस दौरान 8 जनवरी को पुलिस ने ड्राइवर को फोन क‍िया था और सूचना सेठ से भी बात की. पुलिस ने बेटे के बारे में पूछा तो उन्‍होंने कहा क‍ि अपने एक दोस्त के यहां छोड़ कर आई हैं.  

  6. गोवा ड्राइवर की सूझबूझ से ही सूचना के झूठ का पर्दाफाश हो सका. पुल‍िस ने ड्राइवर के जर‍िए सूचना से हुई फोन कॉल से पता लगाया क‍ि वह झूठ बोल रही है. इसके बाद दोबारा से गोवा पुल‍िस ने ड्राइवर को कॉल क‍िया और उसको पास के क‍िसी पुल‍िस स्‍टेशन में कैब ले जाने को कहा. उस वक्‍त कैब कर्नाटक में थी. 

  7. मासूम बेटे की हत्‍या करने के कारणों की तलाश में जुटी पुल‍िस को अभी इसके बारे में कोई पुख्‍ता सबूत हाथ नहीं लगे हैं. साथ ही हत्या की कोई खास वजह भी पता नहीं चल पाई है. हालांक‍ि, पुल‍िस थ्‍योरी में माना जा रहा है क‍ि सूचना ने बेटे को कफ स‍िरप की हाई डोज देकर उसका तक‍िये से दम घोंट द‍िया होगा. सूचना ने अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों को बताया था क‍ि बेटा उसे उसके अलग हो चुके पति के चेहरे की याद दिलाता है. 

  8. गोवा के होटल में आने के बाद से सूचना सेठ अध‍िकांश समय वह कमरे के अंदर रहीं थीं. आरोपी ने 7 जनवरी को ऑनलाइन कॉफी और कुछ खाना भी ऑर्डर किया था. 

  9. पुल‍िस जांच र‍िपोर्ट में यह भी पता चला है क‍ि सूचना के होटल से जाने के बाद ब्‍लड के न‍िशान भी म‍िले, ज‍िनको लेकर पुल‍िस ने स्‍टॉफ को अलर्ट क‍िया. पुल‍िस ने इस बात की तसदीक की है क‍ि यह सूचना के ही हैं.  उसने बेटे की हत्या करने के बाद अपनी कलाई काटने की कोशिश की थी. 

  10. बेटे की कथ‍ित हत्‍यारोपी सूचना सेठ को मेधावी छात्रा है. उसका भी काफी शांत बताया जा रहा है. सूचना चार महीने पहले तक बेंगलुरु के रचेनाहल्ली मेन रोड पर बेटे के साथ रहती थी.


यह भी पढ़ें: राम मंद‍िर प्राण प्रतिष्ठा: न्‍योता ठुकराने पर कांग्रेस पर भड़के ह‍िमंत ब‍िस्‍व सरमा, 'बुलाना ही नहीं चाहिए था'