Goa Explains Paid Holiday On Karnataka Polls: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए गोवा सरकार ने पेड़ हॉलीडे की घोषणा की थी जिसके बाद उसे विपक्ष और स्थानीय व्यापार निकायों की आलोचना को झेलना पड़ा था. वहीं, अब सरकार ने स्पष्ट करते हुए कहा कि पड़ोसी राज्य में चुनाव के वक़्त छुट्टी को घोषित करना एक नियमित मामला है.
गोवा सरकार की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया कि, कर्नाटक राज्य के मतदाताओं को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 की धारा 135-बी के अनुसार माना जाता है. सरकार ने बताया कि इसमें कहा गया है कि हर वो शख़्स जो व्यावसायिक व्यापार या किसी भी जगह कार्यरत है और वो विधानसभा या लोकसभा चुनाव में वोट डालने का हक़दार है उसे मतदान के दिन छुट्टी दी जाएगी.
गोवा में कर्नाटक के मतदाताओं की संख्या...
सरकार के बयान में आगे कहा गया कि पड़ोसी राज्य होने के चलते गोवा में बड़ी संख्या में कर्नाटक के मतदाता हैं. उन्होंने बताया कि कर्नाटक के सीईओ कार्यालय से एक अनुरोध भी प्राप्त हुआ था जिसमें वोटिंग के दिन पेड हॉलीडे का ज़िक्र किया गया था. जिसके बाद सरकार ने इस पर निर्णय लिया.
सरकार के फैसले की विपक्ष ने की थी निंदा
सरकार के इस फ़ैसले को विपक्ष ने बेतुका बताया था. गोवा राज्य उद्योग संघ के अध्यक्ष दामोदर कोचके ने कहा कि सरकार के ये मूर्खतापूर्ण फ़ैसला है. उन्होंने कहा सरकार के इस तरह के एकतरफ़ा फ़ैसलों के ख़िलाफ़ क़ानूनी सहारा लिया जा सकता है. वहीं राज्य में आम आदमी पार्टी अध्यक्ष अमित पार्कर ने सरकार के इस फ़ैसले की निंदा की. साथ ही इसे मूर्खतापूर्ण फ़ैसला बताया.
बता दें, 224 सीटों पर कल (10 मई) को कर्नाटक में विधानसभा चुनाव हुए हैं जिसके नतीजे 13 मई को सामने आएंगे.
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