पणजी: गोवा में सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने जिला पंचायत चुनावों में 49 में से 32 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि विपक्षी दल कांग्रेस के खाते में सिर्फ चार सीटें आईं. राज्य में 48 जिला पंचायत क्षेत्रों में 50 सीटें हैं लेकिन एक सीट पर उम्मीदवार की मौत हो जाने के कारण चुनाव नहीं हुआ था. इन सीटों के लिये 12 दिसंबर को मतदान हुआ था.


सोमवार को घोषित नतीजों में बीजेपी ने 32 सीटों पर जीत दर्ज की जबकि सात सीटों पर निर्दलीय विजयी रहे. कांग्रेस के खाते में चार, एमजीपी के हिस्से में तीन सीटें आईं जबकि एनसीपी और आम आदमी पार्टी (आप) को एक-एक सीट से संतोष करना पड़ा.


इस तटीय राज्य में यह पहला मौका है जब आप ने चुनावों में कोई सीट जीती हो. अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पार्टी प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों में ज्यादातर सीटों पर चुनाव लड़ने का लक्ष्य लेकर चल रही है. प्रदेश में विधानसभा की 40 सीटें हैं.


मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में भाजपा के चुनावी प्रदर्शन पर खुशी जाहिर की. उन्होंने कहा कि वो भारतीय जनता पार्टी और उनके नेतृत्व में काम कर रही गोवा सरकार के प्रति भरोसा जताने के लिये गोवा की जनता के समक्ष नतमस्तक हैं. सावंत ने ट्वीट किया, “इसी विश्वास और भरोसे को आगे बढ़ाते हुए आइए एक श्रेष्ठ और स्वयंपूर्ण गोवा को आकार दें.”


बाद में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामीण मतदाताओं ने बीजेपी के नेतृत्व और प्रदेश सरकार में अपना भरोसा दिखाया है. उन्होंने कहा कि कई जिला पंचायत क्षेत्रों में पार्टी बड़े अंतर से जीती है.


चुनाव में पार्टी की जीत पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत, गोवा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सदानंद शेट तानावडे और गोवा बीजेपी इकाई को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि ये नतीजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और राज्य में बीजेपी सरकार की नीतियों में में किसानों, श्रमिकों, महिलाओं और युवाओं के विश्वास को दर्शाता है.


गोवा बीजेपी के अध्यक्ष सदानंद शेट तानावड़े ने कहा कि यह नतीजे मतदाताओं की बीच पार्टी को मिले समर्थन की तरफ संकेत करते हैं. उन्होंने कहा कि यह नतीजे इस बात का भी खुलासा करते हैं कि 2022 के गोवा विधानसभा चुनावों का नतीजा क्या होगा. उन्होंने कहा कि पार्टी राज्य में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी.


किसानों के मुद्दे पर अन्ना हजारे ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को लिखा खत, फिर से भूख हड़ताल शुरू करने की चेतावनी दी