नई दिल्ली: चिलचिलाती धूप या बारिश में ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी जल्द ही मौसम के अनुकूल खाकी वर्दी पहनने की उम्मीद कर सकते हैं. ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरडी) पुलिसकर्मियों के लिए एक बेहतर खाकी तैयार करने की एक विशेष पोशाक परियोजना पर काम कर रहा है ताकि पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान सहज महसूस कर सकें. बीपीआरडी केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाला विभाग है.

पुलिस की वर्दी को मौसम के अनुकूल बनाने पर हो रहा है काम

बीपीआरडी पुलिस कार्य प्रणाली से जुड़े विषयों पर काम करता है. बीपीआरडी के अतिरिक्त महानिदेशक परवेज हयात ने बताया कि हम पुलिसकर्मियों के लिए एक मौसम अनुकूल वर्दी बनाने पर गौर कर रहे हैं. हम इस सिलसिले में कुछ विशेषज्ञ संगठनों के साथ काम कर रहे हैं.

परवेज हयात ने कहा, ‘‘इसके कुछ हिस्से को अंतिम रूप दिए जाने के बाद हम विभिन्न राज्य सरकारों से संपर्क करेंगे ताकि नई वर्दी को स्वीकार किया जा सके, क्योंकि पुलिस राज्य सूची का विषय है. केंद्रीय पुलिस बल की वर्दी में भी इसी तरह के बदलाव किए जाएंगे.’’

हयात ने बताया कि ब्यूरो ने खाकी वर्दी के लिए कपड़े के रेशों को वैज्ञानिक ढंग से चुनने के लिए और कुछ नये डिजाइन का सुझाव पाने के लिए एक राष्ट्रीय संस्थान और विशेषज्ञों से हाथ मिलाया है. उन्होंने कहा कि इस तरह करगिल जैसे उंचाई वाले बर्फीले जगह पर काम करने वाले सैनिक की लड़ाकू वर्दी का कपड़ा और उसके रेशे उनके उन सहकर्मियों से अलग होंगे, जो मैदानी इलाकों में या गर्म मौसम वाले इलाके में तैनात हैं.

बीपीआरडी निदेशक सुंदरी नंदा ने बताया कि परियोजना का लक्ष्य पुलिसकर्मियों के लिए इस्तेमाल में कहीं अधिक उपयोग में लाये जाने लायक खाकी बनाना है. जिसकी मदद से वे काम के दौरान अपने साथ वाकी टाकी, बेंत, व्हिसल, हथकड़ी जैसे सामान आसानी से रख सकें.

नंदा ने कहा कि पुलिस के लिए चमड़े की पारंपरिक बेल्ट जैसी वर्दी में भी बदलाव होगा, ताकि पुलिसकर्मी लंबे समय तक सहज महसूस कर सकें. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि नई वर्दी में कॉलर और कलाई बंद जैसे हिस्सों को भी अलग तरह का बनाया जाएगा क्योंकि वे पसीने और धूल से बहुत जल्द गंदे हो जाते हैं.