नई दिल्ली: कोरोना वायरस से फैली महामारी के बीच भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा के लिए बड़ा कदम उठाया है. सफर आरामदायक और सुरक्षित हो इसके लिए रेलवे सभी नॉन एसी स्लीपर क्लास को थ्री टायर एसी कोच में बदलने जा रही है. वहीं जनरल बोगियों को भी एसी को में बदला जाएगा. रेलवे के इस कदम के बाद ट्रेन पूरी तरह से एसी हो जाएगी.


स्लीपर क्लास को एसी कोच में बदलने में कुल 3 करोड़ रुपए का खर्च आएगा


रेलवे ऐसे 230 कोच तैयार कर रही है. एक स्लीपर क्लास को एसी कोच में बदलने में कुल 3 करोड़ रुपए का खर्च आएगा. कपूरथला रेल कोच फैक्ट्री में फिलहाल इन कोचेज के प्रोटोटाइप बनाए जा रहा है. अपडेट हुए कोचेज को इकोनॉमिकल AC 3-tier Class के नाम से जाना जाएगा. रेलवे का कहना है कि इसमें यात्रा करने वाले लोगों की जेब पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा.


इकोनॉमिकल कोचेज के अंदर 72 की जगह 83 सीटें होंगी


अपग्रेड हुए इकोनॉमिकल कोचेज के अंदर 72 की जगह 83 सीटें होंगी. आम तौर पर कोच में सिर्फ 72 सीट ही होती है. ये नए कोच एसी-3 टियर टूरिस्ट क्लास भी कहलाएंगे. वहीं जनरल कोचेज में भी सीटों की संख्या बढ़ाकर 100-105 कर दी जाएगी. हालांकि अभी इसका डिजाइन तय नहीं हुआ है.


जानकारी के मुताबिक पहले फेज में रेलवे 230 कोच बनाएगी. हर कोच को बनाने में लगभग 3 करोड़ रुपए खर्च होंगे, जो कि नॉर्मल एसी-3 टियर को बनाने के खर्च से 10 फीसदी ज्यादा है.


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